इन्दौर। नए जेल डीजी अरविंदकुमार सिंह (Arvindkumar Singh) ने स्वैच्छिक तबादले की पैरवी करते हुए सभी जेल अधीक्षकों (jail authorities) को निर्देश दिया है कि जेलों में कार्यरत अधिकारी से लेकर जवान और स्टाफ जहां तबादला (transfer) चाहता है, उसके लिए आवेदन देने की प्रक्रिया शुरू की जाए।
पदभार ग्रहण करते ही जेल डीजी इन दिनों प्रदेशभर की जेलों का भ्रमण कर रहे हैं। इस दौरान कैदियों के अलावा जेल के स्टाफ से भी रूबरू होकर उनकी समस्याओं के बारे में पूछ रहे हैं। भ्रमण के दौरान यह जानकारी उनके सामने आई कि विभाग में कार्यरत दंपति की अलग-अलग शहरों में ड्यूटी है तो किसी की जहां ड्यूटी है, उसके परिवार में वृद्धजन गंभीर बीमारी से पीडि़त हैं और वह उस स्थान पर जाकर माता-पिता की देखभाल करना चाहता है, मगर आवेदन देने के बावजूद तबादला (transfer) नहीं किया जा रहा है। ऐसी कई तरह की पारिवारिक समस्या सामने आईं, जिसके कारण जेल का स्टाफ जहां कार्यरत है वहां बेमन से ड्यूटी दे रहा है। कई बार आवेदन देने के बावजूद मनचाहे स्थान पर उसका तबादला (transfer) नहीं किया जा रहा है। ऐसे में जेल डीजी ने स्वैच्छिक तबादले की पैरवी करते हुए जेल अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि जेल का स्टाफ जहां तबादला चाहता है, उसके लिए नए सिरे से आवेदन लें, ताकि जेल के स्टाफ को उनके मनचाहे स्थान पर पदस्थ किया जा सके।
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