नई दिल्ली (new Delhi) । अगर आप ट्विटर (Twitter) यूजर हैं तो यह खबर आपके लिए जरूरी है. दरअसल, ट्विटर यूजर्स के डेटा से जुड़ी एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. एक सिक्योरिटी रिसर्चर ने बुधवार को दावा किया है कि हैकर्स ने 200 मिलियन से अधिक ट्विटर यूजर्स (twitter users) के ईमेल एड्रेस चुरा लिए हैं और उन्हें एक ऑनलाइन हैकिंग फोरम पर पोस्ट कर दिया है. इस खबर के सामने आने के बाद से कई ट्विटर यूजर्स परेशान हैं. हालांकि ट्विटर ने अभी इस दावों पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
इजराइली साइबर सिक्योरिटी-मॉनिटरिंग फर्म हडसन रॉक के सह-संस्थापक अलोन गैल ने लिंक्डइन पर लिखा, ”दुर्भाग्य से इस घटना से बहुत सारी हैकिंग, टारगेट फिशिंग और डॉक्सिंग (Target Phishing and Doxing) को बढ़ावा मिलेगा. यह सबसे महत्वपूर्ण लीक (critical leak) में से एक है.” गैल ने पहली बार 24 दिसंबर को सोशल मीडिया पर इस बात का खुलासा करते हुए एक पोस्ट किया था. गैल ने यह भी लिखा था कि यह स्पष्ट नहीं है कि ट्विटर ने मामले की जांच करने या उसका समाधान करने के लिए क्या कार्रवाई की है.
एक और एक्सपर्ट ने दावे की पुष्टि की
इस मामले में ब्रीच-नोटिफिकेशन साइट हैव आई बीन प्वेन्ड के निर्माता ट्रॉय हंट ने लीक हुए डेटा को देखा और ट्विटर पर कहा कि ऐसा लग रहा है कि ‘यह जैसा बताया गया है, वैसा ही है.’ यूजर्स के जिस डेटा को लीक किया गया है उस स्क्रीनशॉट में हैकर्स की पहचान या स्थान का कोई सुराग नहीं था. अटकलें लगाई जा रहीं हैं कि यह वर्ष 2021 की शुरुआत का हो सकता है. इस वक्त एलन मस्क (Elon Musk) ने ट्विटर का अधिग्रहण नहीं किया था.
अमेरिका और यूरोप में हो रही ट्विटर की निगरानी
ट्विटर पर एक बड़ा उल्लंघन अटलांटिक के दोनों किनारों पर नियामकों का ध्यान खींच सकता है. आयरलैंड में डेटा संरक्षण आयोग (जहां ट्विटर का यूरोपीय मुख्यालय है) और अमेरिकी संघीय व्यापार आयोग क्रमशः यूरोपीय डेटा सुरक्षा नियमों और अमेरिकी (American) सहमति आदेश के अनुपालन के लिए एलन मस्क के स्वामित्व वाली कंपनी ट्विटर की निगरानी कर रहे हैं.
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