इन्दौर। शहर में पिछले कुछ दिनों से शव वाहन नहीं मिलने के कारण अस्पतालों में मरीजों के परिजन परेशान हो रहे थे। शव वाहनों की डिमांड लगातार बढऩे के कारण निगम वर्कशॉप विभाग ने ताबड़तोड़ नए शव वाहनों का निर्माण किया। पहले चार वाहन ही थे, जो अपर्याप्त हो रहे थे। तीन नए वाहन और बनाए गए। इनमें कई वाहन पुरानी खटारा जीपों और डम्पर को तोडक़र बनाए गए हैं। आने वाले दिनों में चार-पांच वाहन और तैयार होने की उम्मीद है।
कोरोना संक्रमण में जान गंवाने वालों की संख्या शहर में लगातार बढ़ रही है। कई बार परिजन शवों को ले जाने के लिए अस्पतालों में परेशान होते हैं। दो से चार घंटे तक अस्पतालों में शव वाहन का इंतजार किया जाता रहा। इसके अलावा कई निजी शव वाहन वालों ने ऐसे दौर में भी मानवता बेचकर पैसा कमाने का रास्ता ढूंढ लिया। मनमाने दाम मांगे जाने लगे और कई परिवार तो इस नए संकट से परेशान हुए। 15 दिन पहले तक नगर निगम के पास सिर्फ चार शव वाहन थे और लगातार डिमांड के चलते अधिकारी परेशान हो गए, जिसके चलते वर्कशॉप विभाग को निर्देश दिए गए कि नए शव वाहन तैयार कराएं।
तीन से चार दिनों में तैयार कर दिए वाहन
वर्कशॉप विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जिंसी स्थित वर्कशॉप सेंटर पर कई पुरानी जीपें और डम्पर पड़े थे, जिनका कोई उपयोग नहीं हो रहा था। उन वाहनों को तोडक़र शव वाहन में तब्दील कर तैयार किया गया। अब तक ऐसे तीन वाहन और तैयार कर कंट्रोल रूम में अटैच कर दिए गए हैं। इन्हें मिलाकर वाहनों की संख्या सात हो गई है। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में चार से पांच और ऐसे वाहन तैयार कर लिए जाएंगे।
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