नई दिल्ली: आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) को लोग उनकी बेबाकी (impunity) के लिए जानते हैं. अक्सर सोशल मीडिया (social media) पर उनकी पोस्ट (Post) बड़े से बड़े तीस मार खां (Tees Maar Khan) को निरुत्तर कर देती है. अब हाल ही में उन्होंने ग्लोबल मीडिया (global media) को लगभग चेतावनी वाले अंदाज में कहा है कि ‘वह भारत (India) के खिलाफ कोई दांव ना खेले…’ जानें उन्होंने ऐसा क्यों कहा…?
मौजूदा समय में भारतीय कारोबार जगत में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट का मामला छाया हुआ है. इस रिपोर्ट ने जहां उद्योगपति गौतम अडानी के अडानी समूह के शेयर्स को खस्ताहाल बनाया हुआ है. वहीं अडानी ग्रुप के लिए भी बड़ा संकट खड़ा किया है. ऐसे में ग्लोबल मीडिया में भारत के भविष्य में दुनिया की आर्थिक ताकत बनने को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. आनंद महिंद्रा ने इसी संदर्भ में अपना बयान दिया है.
भूकंप, सूखा, मंदी, युद्ध, भारत ने बहुत कुछ देखा
आनंद महिंद्रा ने अपने ट्वीट में कहा, ”देश के बिजनेस सेक्टर में छाए मौजूदा संकट को लेकर ग्लोबल मीडिया में चर्चा चल रही है कि कहीं ये घटना भारत के वैश्विक इकोनॉमिक फोर्स बनने के लक्ष्य को कमजोर ना कर दे. मैं एक लंबी उम्र जी चुका हूं और अपने देश को भूकंप, सूखा, मंदी, युद्ध और आतंकवादी हमलों से जूझते देखा है. मैं बस इतना कह सकता हूं कि ‘आपको (ग्लोबल मीडिया) कभी भी भारत को कमतर नहीं आंकना चाहिए.”
Global media is speculating whether current challenges in the business sector will trip India’s ambitions to be a global economic force. I’ve lived long enough to see us face earthquakes, droughts, recessions, wars, terror attacks. All I will say is: never, ever bet against India
— anand mahindra (@anandmahindra) February 4, 2023
हिंडनबर्ग ने शेयर बाजार को हिलाया
अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने हाल में पूरे भारतीय शेयर बाजार को हिलाकर रख दिया है. 24 जनवरी को जारी एक रिपोर्ट में हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा कि अडानी ग्रुप ने अपने शेयरों की कीमत को बढ़ा-चढ़ाकर रखा है. इतना ही नहीं समूह की कई कंपनियों ने अकाउंटिंग फ्रॉड किया है. अडानी समूह ने इन आरोपों को आधारहीन बताया है. लेकिन अडानी समूह की कंपनियों पर इसका असर साफ देखा जा सकता है.
समूह की कुछ कंपनियों के शेयर 50 प्रतिशत टूट गए हैं. अडानी ग्रुप के मार्केट कैपिटलाइजेशन में 120 अरब डॉलर की कमी आई है. समूह के मालिक गौतम अडानी जो हाल फिलहाल तक दुनिया के तीसरे और एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति थे, अब काफी पीछे पहुंच गए हैं. इस बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2023 में 6.1 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है. जबकि 2022 में ये 6.8 प्रतिशत रही है.
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