नई दिल्ली. घर पर हुए ड्रोन हमले (drone attack) के बाद इजरायली प्रधानमंत्री (Israeli Prime Minister) बेंजामिन नेतन्याहू (benjamin netanyahu) ने ईरान (Iran) और हिज्बुल्ला (Hezbollah) को खुली चुनौती दी है. नेतन्याहू ने चेतावनी देते हुए कहा है कि उन्हें और उनकी पत्नी (Wife) को निशाना बनाने की कोशिश करके ईरान और हिज्बुल्ला ने बड़ी गलती की है और अब उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी.
नेतन्याहू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर कहा,’ईरान के प्रॉक्सी हिज्बुल्ला ने आज मेरी पत्नी और मुझे मारने की कोशिश करके एक बड़ी गलती की. इस घटना से वो जंग किसी कीमत पर नहीं रुकेगी, जो मैं या इजराइल अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए दुश्मनों से लड़ रहे हैं.’
‘गाजा से बंधकों को लेकर आएंगे’
इजरायली पीएम ने आगे कहा,’मैं ईरान और उसके सहयोगियों से कहना चाहूंगा कि जो भी इजरायल के नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. हम आतंकियों और उन्हें भेजने वालों को खत्म करने का काम जारी रखेंगे. हम अपने बंधकों को गाजा से वापस लाएंगे.’
बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा,’हम अपने नागरिकों को सुरक्षित रूप से उनके घरों में वापस लाएंगे, जो हमारी उत्तरी सीमा पर रहते हैं. इजराइल जंग के अपने सभी उद्देश्यों को हासिल करने और आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षा की वास्तविकता को बदलने के लिए दृढ़ संकल्पित है.’
The attempt by Iran’s proxy Hezbollah to assassinate me and my wife today was a grave mistake.
This will not deter me or the State of Israel from continuing our just war against our enemies in order to secure our future.
I say to Iran and its proxies in its axis of evil:…
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) October 19, 2024
पीएम आवास के पास गिरा एक ड्रोन
बता दें कि एक दिन पहले ही कैसेरिया में इजरायली प्रधानमंत्री आवास पर यूएवी (ड्रोन) अटैक लॉन्च किया गया. इस हमले में हिज्बुल्लाह ने तीन ड्रोन लॉन्च किए थे. इजरायल की सेना (आईडीएफ) के मुताबिक, इन ड्रोन में से दो को मार गिराया गया, जबकि एक ने प्रधानमंत्री आवास के पास की इमारत को निशाना बनाया.
यह ड्रोन ‘जियाद 107’ मॉडल का था. यह एक ऐसा हथियार है, जो अपनी ऊंचाई, अपनी उड़ान और उड़ान की ऊंचाई के कारण, सर्च में अधिक कठिन होता है. बताया जा रहा है कि ड्रोन के हमले से पहले इजरायल के किसी भी इलाके में चेतावनी के सायरन नहीं बजे. सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो भी शेयर किया जा रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि ड्रोन को सैन्य हेलिकॉप्टर चेज कर रहा है और उसे हवा में मार गिराता है.
कैसे फेल हो गया वॉर्निंग सिस्टम?
कहा जा रहा है कि ड्रोन हमले के बीच लोगों को कोई वार्निंग नहीं मिली. मसलन, इजरायल का सुरक्षा कवच (वार्निंग सिस्टम) आमतौर पर किसी भी हमले को भांप लेता है और साइरन के जरिए लोगों की चेतावनी मिलती है. हालांकि, नेतन्याहू के आवास को निशाना बनाने वाले ड्रोन्स का पता नहीं चला. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर हुए हमले के लिए इजरायल ने ईरान को दोषी ठहराया है. इजरायल के एक सीनियर अधिकारी ने आरोप लगाया है कि ईरान ने उनकी हत्या की कोशिश की है.
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