–सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह भी 17.01 फीसदी उछलकर 15.95 लाख करोड़ रुपये रहा
नई दिल्ली (New Delhi)। चालू वित्त वर्ष 2023-24 (Current financial year 2023-24) में सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह (Gross direct tax collection.) अबतक 15.95 लाख करोड़ रुपये (Rs 15.95 lakh crore.) रहा है, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 17.01 फीसदी ज्यादा (17.01 percent more) है। वहीं, चालू वित्त वर्ष में अभी तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 20.66 फीसदी बढ़कर 13.70 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा। इसी के साथ शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह बजटीय अनुमान के 75 फीसदी तक पहुंच गया है।
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक बयान में बताया कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 17 दिसंबर तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 13,70,388 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की समान अवधि में 11,35,754 करोड़ रुपये था, जो 20.66 फीसदी की वृद्धि है। वहीं, चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष करों के सकल संग्रह (रिफंड के लिए समायोजन से पहले) 15,95,639 करोड़ रुपये रहा है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 13,63,649 करोड़ रुपये रहा था, जो 17.01 फीसदी की वृद्धि है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 17 दिसंबर तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 13,70,388 करोड़ रुपये में 6,94,798 करोड़ करोड़ रुपये कॉरपोरेट कर (सीआईटी) से मिले हैं। इसमें व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की हिस्सेदारी 6,72,962 करोड़ रुपये रही, जिसमें प्रतिभूति लेन-देन कर शामिल है। सीबीडीटी के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 17 दिसंबर, 2023 तक 2,25,251 करोड़ रुपये के ‘रिफंड’ भी जारी किए जा चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 में प्रत्यक्ष करों से 18.23 लाख करोड़ रुपये जमा होने की उम्मीद है।
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