काठमांडू। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी सेंटर) (Nepal Communist Party (Maoist Center))के प्रमुख पुष्प कमल दहल प्रचंड (Pushpa Kamal Dahal Prachand) ने अपनी पार्टी के नाम के आगे से माओवादी सेंटर ((Maoist Center) हटाने का प्रस्ताव किया है। इसको हटाने के पीछे उनका तर्क है कि कम्युनिस्ट विचारधारा वाले ऐसे लोग, जो माओ (Mao) को पसंद नहीं करते हैं, उन सभी को साथ लाएंगे।।
पार्टी के शिवकुमार मंडल(Shivkumar Mandal) ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड (former Prime Minister Prachand) हमेशा से कम्युनिस्टों की एकता के हामी रहे हैं। इसलिए उन्होंने अब पार्टी के नाम के आगे से माओ शब्द हटाने का प्रस्ताव किया है। अब कम्युनिस्टों को एक करने में उनके प्रयासों को तेज किया जा सकेगा।
पार्टी का नाम परिवर्तन करने का फैसला सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आया है, जिसमें केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) और प्रचंड (Prachand) दोनों की पार्टी के विलय को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था। मौजूदा नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (Nepal Communist Party) का नाम भी इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद अब दोनों ही दलों को चुनाव आयोग में नए सिरे से पार्टी का पंजीकरण कराना है।
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