अब नेपाली कांग्रेस में मचा घमासान
काठमांडू। नेपाल में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के बाद अब मुख्य विपक्षी दल नेपाली कांग्रेस में भी घमासान मच गया है। नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा और उनके विरोधी रामचंद्र पौडयाल के बीच तलवारें खिंच गई हैं। रामचंद्र पौडयाल और पार्टी के महासचिव शशांक कोइराला ने देउबा को एक संयुक्त पत्र लिखकर कहा कि उनका इस बात को लेकर भरोसा उठ गया है कि पार्टी का 14वां राष्ट्रीय सम्मेलन स्वतंत्र, मुक्त और निष्पक्ष तरीके से होगा।
पौडयाल और कोइराला ने पार्टी अध्यक्ष के ऑफिस में अपना ज्ञापन सौंपने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि पार्टी अपनी सक्रिय सदस्यता को पारदर्शी तरीके से वितरित करे। साथ ही नेपाली कांग्रेस की गतिविधियों को पार्टी के कानून और नियमों के मुताबिक करे। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष देउबा समेत पार्टी के सभी निकाय नेपाली कांग्रेस के केयरटेकर पार्टी पदाधिकारी हो गए हैं क्योंकि वर्तमान नेतृत्व का कार्यकाल मार्च में ही खत्म हो गया है।
पौडयाल और कोईराला ने पार्टी के कुछ नए विभाग बनाए जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि पार्टी के नियमों के मुताबिक देउबा को छह महीने के अंदर इन विभागों का गठन करना था लेकिन वह तब कर रहे हैं जब वर्तमान नेतृत्व का कार्यकाल समाप्त हो गया है। बता दें कि हाल ही देउबा ने पार्टी के निकायों के लिए पदाधिकारियों की नियुक्ति की थी। दोनों नेताओं ने आरोप लगाया कि देउबा पार्टी के विभागों का गठन इसलिए कर रहे हैं, ताकि राष्ट्रीय सम्मेलन में रिजल्ट को अपने पक्ष में प्रभावित किया जा सके।
पौडयाल और शशांक कोइराला ने याद दिलाया कि जब पूर्व अध्यक्ष सुशील कोइराला ने अपने 4 साल के कार्यकाल के तीसरे साल में नए विभागों का गठन किया था तब यह देउबा ही थे जिन्होंने इस कदम का विरोध किया था। उन्होंने नए विभागों को बनाए जाने को पार्टी के कानून के खिलाफ बताया। इससे पहले बुधवार को देउबा ने बुधवार को अपने मातहत 479 सदस्यीय ‘वरिष्ठ राजनीतिक सभा’ को बनाए जाने का ऐलान किया था। पौडयाल गुट ने इसका विरोध किया था लेकिन देउबा ने इसे अनसुना कर दिया।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved