इन्दौर (Indoe)। केन्द्र सरकार के 9 साल पूरे होने पर कल बास्केटबॉल स्टेडियम में हुई आमसभा में नेताओं को भीड़ लाने में पसीने आ गए। शहर में 85 वार्ड के पार्षदों को भीड़ लाने का टारगेट दिया गया था, लेकिन अधिकांश पार्षद दो-चार समर्थकों के साथ ही पहुंचे, वहीं लोकसभा क्षेत्र की आमसभा होने के बावजूद ग्रामीण क्षेत्र के कार्यकर्ता तो दूर वहां के जनप्रतिनिधि तक कार्यक्रम में नजर नहीं आए।
पहले यह आमसभा खुले में रखी जानी थी, लेकिन बारिश की संभावना को देखते हुए बास्केटबॉल स्टेडियम में शिफ्ट कर दिया गया था। सभा को संबोधित करने केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आई थीं, लेकिन वे भी भीड़ न देख ज्यादा समय तक नहीं बोलीं और केन्द्र सरकार की दो-चार योजनाओं के साथ-साथ शिवराज सरकार की लाड़ली लक्ष्मी और लाड़ली बहना योजना की तारीफ की। आमसभा में सांसद शंकर लालवानी के साथ-साथ महापौर पुष्यमित्र भार्गव, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे और हारे-जीते विधायक मौजूद थे। इसके साथ ही मंच पर कार्यक्रम की टोली के संयोजक कल्याण देवांग और उनकी टीम के सदस्य भी मौजूद रहे।
आमसभा में नगर संगठन की ओर से सभी 85 वार्डों के पार्षदों, जिसमें 64 जीते हुए पार्षद थे, को भीड़ लाने के लिए कहा गया था, ताकि आमसभा सफल हो जाए, लेकिन आमसभा में 700 से साढ़े सात सौ कार्यकर्ता ही जुट पाए। यह भीड़ भी आसपास के वार्डों से जुटाई थीं, लेकिन दूरदराज के वार्डों के पार्षदों ने भीड़ लाने पर ध्यान नहीं दिया, वहीं लोकसभा स्तर की सभा होने के बावजूद ग्रामीण क्षेत्र की विधानसभा राऊ, देपालपुर, सांवेर से कार्यकर्ता ही नहीं आ पाए और न ही वहां के नेता। राऊ से जरूर मधु वर्मा मंच पर मौजूद थे। स्मृति भी 20 से 25 मिनट ही बोलीं और वहां से रवाना हो गईं। गनीमत रही कि सभा छोटे स्थान में तय कर दी गई थी। अगर यही सभा खुले स्थान पर होती तो भीड़ जुटाना मुश्किल हो जाता। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद यही चर्चा चलती रही कि केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के नाम पर भी नेता भीड़ नहीं जुटा पाए और आमसभा में अपेक्षित लोग नहीं आ पाए।
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