कल से खुल जाएंगे सारे बाजार… रविवार को सख्त लॉकडाउन
इंदौर। यह जिद भी थी और जरूरत भी …जनता का दबाव था…. और तर्क भी वाजिब थे… सप्ताह में 3 दिन दुकानें खोलेंगे तो महीने के खर्च कैसे पूरे करेंगे… कोरोना से पहले व्यापार की मौत कैसे देख सकेंगे… इसलिए जनप्रतिनिधि चीखे-चिल्लाए और बाजार खुलवाए… पाबंदियां हटवाईं… लेफ्ट राइट की फाइट में जनता तो जीत गई, लेकिन यह जीत अब जवाबदारी समझकर निभाना होगी… वरना अब तक तो आधा बाजार खुलता था… व्यापार थोड़ा बहुत चलता था… जरूरतों का सामान मिलता था… हर व्यक्ति आधे दिन काम करता था… लेकिन यदि लापरवाही बरती तो पूरा शहर बंद हो जाएगा… इसलिए खुले को सौगात समझें.. खुद को भी बचाएं और शहर को भी…. व्यापार सावधानी से करें.. महामारी से डरें.. भीड़ से बचकर रहें… कुछ बातों का ध्यान रखें तो त्योहार सौगात बनेंगे… इंदौर जंग जीत लेगा… और प्रदेश का सबसे बड़ा शहर आजादी का उदाहरण बनेगा…
2 सप्ताह पहले शहर के बाहरी बाजारों को छूट मिली… अब लगभग 4 माह से पाबंदी की यंत्रणा भोग रहे शहर की धड़कन बना मध्य क्षेत्र खुलने जा रहा है… प्रशासन ने इससे पहले अगल-बगल की दुकानों पर प्रतिबंध लगाया… फिर लेफ्ट-राइट के प्रयोग को आजमाया… अधखुले बाजारों को लेकर हर स्तर पर विरोध गूंजा और प्रशासन को मजबूरन पूरे शहर को खोलने की अनुमति देना पड़ी… नेताओं से लेकर व्यापारियों तक का तर्क था कि त्योहार सर पर हैं… बाजारों में भीड़ उमड़ रही है… लेफ्ट-राइट का कोई मतलब नहीं निकल रहा है… दोनों ओर की दुकानें खुलेंगी… व्यापार का समय बढ़ेगा तो भीड़ घटेगी… बड़ी जिद के बाद बाजार खुले हैं… अब यह इस बात पर निर्भर है कि बाजार खुलने से महामारी कितनी आजाद होगी… यदि लोगों की समझदारी ने कोरोना को कैैद रखा तो ठीक, वरना यदि आंकड़े बढ़े तो नेतागीरी भी खामोश हो जाएगी… और फिर पाबंदी की यंत्रणा शहर को कैद कराएगी…
इन बातों का रखें ख्याल
शहर को यदि बचाना है तो पहले अपने लिए हर सुरक्षा अपनाना है… यदि हम अपने आपको बचाने में कामयाब हो गए तो शहर बच जाएगा और यदि इन बातों का ख्याल रखेंगे तो इंदौर आजाद रह पाएगा…
खुले में खान-पान से परहेज करें
बिना मास्क पहने घर से न निकले
जहां भीड़ देेंखे वहां जाने से बचें
जो दुकानदार मास्क नहीं पहने वहां से खरीदारी न करें
जिस दुकान पर भीड़ हो वहां से सामान न खरीदें
हर दुकानदार ग्राहकों को डिस्टेंस पर खड़ा करें
जो दुकानदार नियमों का पालन न करें उसकी दुकान व्यापारिक एसोसिएशन बंद कराए
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