एक की सेवा समाप्त, चार निलम्बित, अन्य को चेतावनी-लक्ष्य अनुसार करें वसूली कार्य
इन्दौर। राजस्व वसूली कार्य में लापरवाही करने और लक्ष्य के अनुसार वसूली नहीं करने के मामले को लेकर पांच बिल कलेक्टरों पर गाज गिरी है। इनमें से चार को निलम्बित कर दिया गया है, जबकि एक की सेवा समाप्त कर दी गई है। अन्य बिल कलेक्टरों को चेतावनी दी गई है कि वे लक्ष्य के अनुसार वसूली कार्य को अंजाम दें, अन्यथा उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
पिछले दिनों नगर निगम ने सभी बिल कलेक्टरों और राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि अपने-अपने झोन के अंतर्गत बड़े बकायादारों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए वसूली कार्यों को अंजाम दें और हर रोज झोन में दो-दो जब्ती-कुर्की के कार्य किए जाएं। सभी 19 झोनल कार्यालय के राजस्व अधिकारियों को यह फरमान जारी किया गया था, मगर उसके बावजूद बिल कलेक्टर महेंद्र परमार, राजकुमार पाराशर, संतोष परमार, रामेश्वर शर्मा द्वारा इन मामलों में लापरवाही की जा रही थी। इस मामले की शिकायत मिलने पर अपर आयुक्त चैतन्य ने चारों को निलम्बित कर उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। वहीं झोन 7 के बिल कलेक्टर शिवेन्द्रसिंह को हाजिरी मुक्त करते हुए उनके पारिश्रमिक भुगतान पर भी रोक लगा दी है। राजस्व विभाग के अमले को बकायादारों से राशि वसूली के लिए निर्देश दिए गए हैं और साथ ही कचरा संग्रहण वसूली की राशि भी वसूल करने को कहा गया है। इस चेतावनी के बाद कई झोनों द्वारा बकायादारों से वसूली की कार्रवाई जोर-शोर से की जा रही है।
कचरा कलेक्शन में लापरवाही, 6 कर्मचारियों पर कार्रवाई
दूसरी ओर कचरा कलेक्शन के कार्य में लापरवाही करने पर 6 कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए उनका एक दिन का वेतन राजसात करने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक निगमकर्मी विकास झांझोरिया, बंशीलाल व्यास, प्रहलाद भाटी, रवि दगड़ू और अन्य के खिलाफ कचरा संग्रहण कार्य में लापरवाही की शिकायतें मिल रही थीं, जिसके चलते उनका एक दिन का वेतन राजसात कर लिया गया।
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