नई दिल्ली. नीट यूजी काउंसलिंग (NEET UG counseling) अगली सूचना तक स्थगित कर दी गई है. MBBS और BDS अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज की एडमिशन (Admission) प्रक्रिया अभी शुरू नहीं की जाएगी. हालांकि नीट यूजी काउंसलिंग आयोजित करने वाली कमेटी मेडिकल काउंसिल कमेटी (MCC) की ओर से अभी काउंसलिंग स्थगित करने के पीछे की वजह नहीं बताई गई है. एमसीसी जल्द ही नोटिस जारी कर इसकी जानकारी दे जा सकती है.
दरअसल, नीट यूजी काउंसलिंग प्रक्रिया आज (6 जुलाई 2024) से शुरू होने वाली थी. अब एमसीसी की ओर से अगले आदेश तक काउंसलिंग प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अधिकारी नीट यूजी पर 8 जुलाई को अदालत की सुनवाई का इंतजार करना चाहते हैं. शीर्ष अदालत 8 जुलाई को कई याचिकाओं पर सुनवाई करने वाली है, जिनमें 5 मई को आयोजित नीट यूजी परीक्षा में अनियमितताओं का आरोप लगाने वाली याचिकाएं भी शामिल हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने दो बार किया था काउंसलिंग पर रोक से इनकार
इससे पहले नीट यूजी पेपर लीक और अनियमितताओं को देखते हुए पहले 11 जून को और फिर 20 जून को नीट यूजी काउंसलिंग पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर की गई थीं. दोनों बार कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. बेंच ने कहा था कि हम ऐसा नहीं कर रहे हैं, अगर परीक्षा जारी रही तो काउंसलिंग भी जारी रहनी चाहिए, चिंता न करें.
अब 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई का इंतजार
सुप्रीम कोर्ट में करीब पौने दो महीने के ग्रीष्मावकाश के बाद 8 जुलाई से फिर से सामान्य कामकाज शुरू होगा. इस अवधि में नीट यूजी परिणाम 2024 के खिलाफ कई छात्रों, कोचिंग संस्थानों ने खिलाफ याचिकाएं दायर की हैं. सोमवार को पेपर लीक और परीक्षा रद्द पर बहस होगी.
इन याचिकाओं में कुछ में याचिकाकर्ताओं ने पेपर लीक का आरोप लगाया है तो कुछ ने पूरी परीक्षा रद्द करने और मेडिकल प्रवेश परीक्षा को दोबारा आयोजित करने की गुहार लगाई है. कुछ ने राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के संचालन की जांच करने की मांग की है.
नीट यूजी काउंसलिंग क्या है?
नीट यूजी काउंसलिंग, जिसे नेशनल मेडिकल काउंसलिंग (MCC) द्वारा आयोजित किया जाता है, भारत में मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस और बीडीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया है. यह काउंसलिंग उन छात्रों के लिए आयोजित की जाती है जिन्होंने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG) में सफलतापूर्वक उत्तीर्ण किया है. एमसीसी केंद्रीय और डीम्ड विश्वविद्यालयों सहित अखिल भारतीय कोटा सीटों के लिए हर साल ऑनलाइन एनईईटी यूजी काउंसलिंग के चार राउंड आयोजित करता है.
इन पांच चरणों में होती है नीट यूजी काउंसलिंग
1. रजिस्ट्रेशन और चॉइस फिलिंग
उम्मीदवारों को MCC की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा. सफल रजिस्ट्रेशन के बाद, अपने अकाउंट में लॉग इन करें और च्वाइस फिलिंग ऑप्शन तक पहुंचें. यहां, आप अपने NEET UG रैंक के आधार पर उपलब्ध विकल्पों में से अपने पसंदीदा कॉलेजों और कोर्स का चयन कर सकते हैं.
2. लॉकिंग चॉइस
एक बार जब आप अपने च्वॉइस फिल कर दें, तो अपनी प्राथमिकताओं को लॉक करने से पहले उनकी सावधानीपूर्वक समीक्षा करें. बाद में किसी भी बदलाव से बचने के लिए तय समय सीमा से पहले अपने चयन को अंतिम रूप देना सुनिश्चित करें.
3. मॉक सीट अलॉक्शन
उम्मीदवारों को संभावित सीट अलॉटमेंट का अंदाजा देने के लिए एमसीसी एक मॉक सीट अलॉटमेंट प्रक्रिया आयोजित करेगा. यह कदम उम्मीदवारों को वास्तविक सीट आवंटन से पहले अपनी संभावनाओं का आकलन करने और सूचित निर्णय लेने की परमिशन देता है. अगर जरूरी हो, तो उम्मीदवार मॉक सीट अलॉक्शन के बाद अपनी पसंद को संशोधित कर सकते हैं. परिणामों के आधार पर, आप अपनी पसंदीदा सीट पाने की संभावना बढ़ाने के लिए अपनी प्राथमिकताओं को पुनर्व्यवस्थित कर सकते हैं.
4. फाइनल सीट अलॉटमेंट
एमसीसी भरे गए विकल्पों, नीट यूजी रैंक और संबंधित कॉलेजों में सीटों की उपलब्धता के आधार पर फाइनल सीट अलॉटमेंट करेगा. एक बार सीटें अलॉट हो जाने के बाद, उम्मीदवार अपने अलॉटमेंट लेटर डाउनलोड कर सकते हैं और नामित संस्थान में एडमिशन प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ सकते हैं.
5. दस्तावेज सत्यापन और रिपोर्टिंग
सीट आवंटित होने के बाद, उम्मीदवारों को निर्धारित शुल्क का भुगतान करना होगा. उम्मीदवारों को आवंटित कॉलेज में अपने दस्तावेजों का सत्यापन करवाना होगा. सीट स्वीकार करने के बाद, उम्मीदवारों को आवंटित कॉलेज में रिपोर्ट करना होगा.
नीट री-एग्जाम से घटी टॉपर्स की संख्या
23 जून का 1563 छात्रों के लिए आयोजित हुए नीट यूजी री-एग्जाम में टॉपर्स की संख्या 67 से घटकर 61 हो गई है. टॉपर्स में शामिल इन छह उम्मीदवारों को ग्रेस अंक दिए जाने के बाद उनका स्कोर बढ़कर 720/720 हो गया था. वे दोबारा परीक्षा में परफेक्ट स्कोर पाने में असफल रहे.
बता दें कि NTA ने निर्धारित तारीख (14 जून 2024) से 10 पहले (4 जून) नीट यूजी का रिजल्ट जारी किया था. उसी दिन लोकसभा चुनाव परिणाम आए थे. 67 टॉपर्स घोषित करके एनटीए विवादों में आ गया था. बाद में एनटीए ग्रेस मार्क्स रद्द करके 1563 उम्मीदवारों के लिए 23 जून को नीट री-एग्जाम आयोजित किया गया था.
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