पटनाः नीट पेपर लीक (NEET paper leak) मामले की जांच की जिम्मेदारी मिलने के बाद से केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) एक्शन मोड में है. महज तीन दिन के भीतर सीबीआई ने हजारीबाग से लेकर पटना तक लगातार छापेमारी (Raid) की है और पूछताछ कर रही है. इसी कड़ी में अब सीबीआई की टीम नालंदा और समस्तीपुर पहुंची और जांच पड़ताल की. इस दौरान आरोपी सिकंदर यादवेंदु (Sikandar Yadavendu) के घर जाकर भी पूछताछ की है. सिकंदर मूल रूप से समस्तीपुर के विथान थाना क्षेत्र के पुसाहो गांव का रहने वाला है. सिकंदर के घर के अलावा संजीव मुखिया, प्रभात रंजन, आशुतोष और मनीष के घर जाकर भी सीबीआई ने पूछताछ की है. सीबीआई ने संजीव मुखिया (Sanjeev Mukhiya) की मां से पूछताछ की है. बता दें कि संजीव मुखिया फिलहाल फरार चल रहा है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव मुखिया फिलहाल नेपाल में छिपा हुआ है और इसकी जानकारी अब सीबीआई को लग गई है. संजीव मुखिया के जरिए ही बिहार में नीट यूजी का पेपर आया था, जिसे उसकी भांजी के पति चिंटू ने भेजा था. चिंटू को रांची में रेस्टोरेंट चलाने वाला रॉकी ने पेपर भेजा था. आशंका जताई जा रही है कि हजारीबाग का ओएसिस स्कूल से ही पेपर लीक हुआ था. इसीलिए सीबीआई ने स्कूल के प्रिंसिपल को हिरासत में ले लिया है. बुधवार को सीबीआई हजारीबाग के ओएसिस स्कूल पहुंची और थी और प्रिंसिपल से भी पूछताछ की थी.
इस पेपर लीक प्रकरण में अधिकांश आरोपी नालंदा के रहने वाले हैं. पुलिस अभी तक करीब 30 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें पेपर लीक कराने वाले से लेकर अभ्यर्थी तक शामिल हैं. जब इस पूरे मामले की जांच बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध ईकाई (ईओयू) कर रही थी तब चिंटू के पास से पुलिस को डायरी, एटीएम कार्ड, ब्लैंक चेक सहित कई चीजें बरामद हुई थीं. डायरी में सभी का हिसाब-किताब लिखा हुआ था. इसके अलावा यह भी पता चला कि चिंटू ने इस कांड को अंजाम देने के लिए पांच नए फोन और नए सिम खरीदे थे.
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