लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोरोना संकट काल में नीट-जेईई परीक्षा कराने के केन्द्र सरकार के निर्णय के विरोध में लखनऊ में राजभवन के सामने प्रदर्शन कर रहे पार्टी के युवा संगठनों के शान्तिपूर्ण अहिंसक प्रदर्शन पर बर्बर लाठीचार्ज की निंदा की है। उन्होंने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है।
अखिलेश ने अपने बयान में कहा कि भाजपा की राज्य सरकार का यह कृत्य अलोकतांत्रिक है और असहमति की आवाज को दबाने का संविधान विरोधी कदम है। भाजपा इससे बेनकाब हो गई है।
उन्होंने कहा कि आज राजभवन पर सैकड़ों की संख्या में समाजवादी युवा प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन राज्यपाल को देने के लिए राजभवन पर एकत्र हुए थे। ज्ञापन में मांग की गई है कि आज के संकट काल में नीट-जेईई परीक्षाएं कराना लाखों की जिन्दगी से खिलवाड़ होगा।
ज्ञापन देने गए नौजवानों पर लाठीचार्ज में प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी युवजन सभा अरविन्द गिरि, प्रदेश अध्यक्ष मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड अनीस राजा, तथा प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी लोहिया वाहिनी डाॅ. राम करन निर्मल को गम्भीर चोटे लगी हैं।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने शान्तिपूर्ण प्रदर्शन पर अपनी क्रूरता का प्रदर्शन कर युवाओं की आवाज को कुचलने का काम किया है। पुलिस ने लक्ष्य बनाकर युवा कार्यकर्ताओं पर अमानुषिक लाठीचार्ज किया है। पुलिस निर्दोषों पर लाठी चलाकर शायद अपने को गौरवान्वित महसूस करती है। उन्होंने कहा कि नकारात्मक व हठधर्मी बदले की राजनीति करने वाली भाजपा व उसकी सहयोगी पार्टियों के खिलाफ देश में एक नई युवा क्रान्ति जन्म ले रही है। (एजेंसी, हि.स.)
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