भोपाल। नीमच जिले की सिंगोली तहसील के ग्राम बांणदा (Village Banda of Singoli Tehsil) में घटित घटना में पुलिस ने 8 आरोपितों में से 5 को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस प्रशासन ने रविवार को तीन आरापितों के मकान भी ध्वस्त (The houses of the accused were also destroyed.) कर दिये हैं। नीमच कलेक्टर मयंक अग्रवाल (Neemuch Collector Mayank Agarwal) एवं पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा ने रविवार को ग्राम बांणदा पहुँचकर मृतक कान्हा उर्फ कन्हैया लाल भील के परिवारजन से भेंट की और उनकी हर संभव सहायता करने का विश्वास दिलाया।
कलेक्टर अग्रवाल एवं पुलिस अधीक्षक वर्मा ने मृतक के दो बड़े भाइयों और काका सहित अन्य परिवारजन से भेंट कर उन्हें ढांढस बंधाया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
पीड़ित परिवार को राहत राशि स्वीकृत
कलेक्टर मयंक अग्रवाल द्वारा मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 2016 के तहत सिंगोली तहसील के ग्राम बांणदा निवासी पीड़ित परिवार को 4 लाख 12 हजार 500 रुपये की राहत सहायता स्वीकृत की गई है। मृतक स्व. कान्हा उर्फ कन्हैया लाल भील की वारिस पत्नी ममता बाई भील और उसके पुत्र दुर्गाशंकर भील को राहत सहायता स्वीकृत कर तत्काल भुगतान के निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि नीमच के सिंगोली थाना क्षेत्र में भील समुदाय से ताल्लुक रखने वाले कन्हैया की बीते शुक्रवार की रात चोरी के शक में कुछ लोगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। बताया गया है कि कन्हैया को चोरी के आरोप में पिकअप वाहन से बांधकर घसीटा गया। उसे बेरहमी से पीटा गया। इस दौरान वह लगातार रहम की भीख मांगता रहा, लेकिन किसी को भी कन्हैया पर रहम नहीं आई। आरोपितों ने खुद पुलिस को फोन कर यह सूचना दी कि उन्होंने एक चोर को पकड़ा है। लेकिन जब तक पुलिस कन्हैया को अस्पताल ले गई, उसकी मौत हो गई। मामले में शिवराज सरकार एक्शन मोड में आ गई है। मामले में आरोपितों के घर पर बुलडोजर चला दिया है। इसमें हत्या के मुख्य आरोपित और सरपंच पति महेंद्र गुर्जर का घर भी शामिल है। नीमच प्रशासन ने सरपंच पति महेंद्र गुर्जर के जेतलिया गांव स्थित अवैध मकान पर बुलडोजर चलाया। इसके अलावा अन्य आरोपितों अमर चंद, सत्यनारायण और गोपाल गुर्जर के अवैध मकान को भी तोड़ा गया है।