नई दिल्ली (New Delhi)। दिन- मंगलवार। समय- सुबह करीब पौने छह बजे। स्थान- एशिया (Asia) की सबसे बड़ी और अति सुरक्षित जेल नंबर आठ। भोर होते ही जेल परिसर में चहल-पहल शुरू हो चुकी थी। जेल कर्मचारी कैदियों को हाई रिस्क वार्ड और बैरक में गिनती करने की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में थे। इस बीच चार-पांच कैदी जेल की पहली मंजिल पर बने वार्ड की ग्रिल काटने में लगे थे। किसी भी कर्मचारी का इस ओर ध्यान नहीं गया है और थोड़ी ही देर में ग्रिल काट दी गई। इसी फिल्मी अंदाज में टिल्लू (tillu) का अंत किया गया।
चारों कैदी बेडशीट को खिड़की से बांधकर नीचे कुख्यात गैंगस्टर सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया (Notorious gangster Sunil alias Tillu Tajpuria) की सेल में घुस गए। उनके हाथों में नुकीले हथियार (edged weapons) देखकर टिल्लू जान बचाने के लिए दूसरे कैदी रोहित की सेल की ओर भागा, लेकिन चारों कैदियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया। सूचना मिलते ही जेल वार्डर, वार्डन और जेल अधीक्षक सहित अन्य जेलकर्मी भागते हुए टिल्लू की सेल में पहुंचे। खून से लथपथ हालत में उसे जेल के अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल (Deen Dayal Upadhyay Hospital) भेजा गया।
दो मिनट के वीडियो में 90 से ज्यादा वार
जेल प्रशासन ने बताया कि आरोपियों ने दो मिनट में वारदात को अंजाम दिया है। स्टाफ ताला खोलकर गया और चारों आरोपी वार्ड में घुस गए। वहां टिल्लू लेटा था। आरोपी उस पर टूट पड़े। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि चारों हमलावरों ने लोहे के हथियार और सुए का इस्तेमाल किया। टिल्लू के सिर, छाती, गले, कमर और पेट पर 90 से ज्यादा वार किए गए। वीडियो में नजर आ रहा है कि वहां मौजूद रोहित ने आरोपियों को रोकने की कोशिश की तो दो हमलावरों ने उसके दोनों हाथों पर हमला किया। उसके हाथों पर एक दर्जन घाव हैं।
15 दिन से बना रहे थे योजना
तिहाड़ में बंद जितेन्द्र गोगी और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्यों ने टिल्लू की हत्या के लिए योजना बनाई। इसकी जिम्मेदारी योगेश टुंडा को दी गई। करीब पंद्रह दिन पहले योगेश ने अपने तीन साथियों राजेश, दीपक तीतर, और रियाज के साथ मिलकर पूरी प्लानिंग की। इसके बाद लोहे के सरिया का इंतजाम किया गया। राजेश और रियाज ने सरिया के नुकीले हथियार बनाए। इसके बाद टिल्लू की सेल के ऊपर बंद योगेश ने नीचे उतरने की जगह और हत्या का समय तय किया। 1 मई की देर रात से ही चारों आरोपियों ने जेल की ग्रिल काटने का काम शुरू किया।
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