इंदौर। लोकसभा निर्वाचन की तैयारियों में जुटे प्रशासन ने लगभग सभी तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। नए मतदाताओं के नाम जोडऩे के साथ अपात्रों की सूची भी तैयार की जा रही है। इस बार लोकसभा चुनाव में 3 हजार से अधिक बुजुर्ग मतदाता घर बैठे मतदान करने का लाभ नहीं ले पाएंगे। आयोग ने पोस्टल बैलेट के लिए योग्यता की उम्रसीमा को बढ़ाकर 85 वर्ष कर दिया है।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर प्रत्येक जिले चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। सेक्टर अधिकारियों की ट्रेनिंग की रणनीति तैयार की जा रही है। हाल ही में आयोग ने कलेक्टर, एसडीएम, एडीएम लेबल की ट्रेनिंग आयोजित कर अधिकारियों को लोकसभा चुनाव के लिए तैयार कर दिया है। जल्द ही आचार संहिता की घोषणा होने वाली है। इसके पहले चुनाव आयोग ने मतदाताओं को लेकर भी स्थिति क्लीयर करना शुरू कर दी है। ऐसे नवीन मतदाता, जो 18 साल की उम्र पार कर चुके हैं, उन्हें मतदाता सूची में जहां जोडऩे की प्रक्रिया बीएलओ के माध्यम से की जा रही है, वहीं अब पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान करने वाले मतदाताओं की सूची पर भी पुनर्विचार किया गया है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इंदौर जिले में 27 लाख 85 हजार 130 मतदाता लोकसभा चुनाव के लिए मतदान करने के लिए तैयार हैं। वहीं अब तक 80 साल की उम्र पार कर चुके 33 हजार 494 मतदाताओं को घर बैठे मतदान करने की सुविधा के लिए चिह्नित किया गया था, लेकिन अब आयोग के निर्देश के बाद इंदौर जिले में लगभग 3 हजार से अधिक मतदाता इस सुविधा के लिए अयोग्य घोषित हो गए हैं।
दिव्यांगों और 81 साल के बुजुर्गों को मिलेगी राहत
आयोग के जारी पत्र के अनुसार 85 वर्ष की उम्र से अधिक वाले वरिष्ठ नागरिकों को होम वोटिंग का ऑप्शन दिया जाएगा। वहीं दिव्यांगों को भी यह सुविधा घर बैठे मिलेगी, जिसके लिए फार्म 12-डी भरने की प्रक्रिया भी कराई जाएगी। विभाग द्वारा इन मतदाताओं की सूची तैयार कर राजनीतिक दलों तथा अमान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को जानकारी दी गई।
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