दमोह। करीब 24 दिन पहले एक बुजुर्ग साइकिल सहित नदी के तेज बहाव में बह गया था। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम भी तमाम प्रयासों के बाद उसे खोज नहीं पाई लेकिन बुजुर्ग के बेटे ने हार नहीं मानी। आखिरकार हादसे के 24 दिन बाद उसने नदी से पिता का शव खोज निकाला।
मृतक का नाम झुर्र अहिरवार (50) है। वह तेंदूखेड़ा का रहने वाला था। बीती 16 अगस्त को साइकिल से कहीं जा रहा था। पठा घाट पर नदी का पुल पार करते समय पानी का बहाव तेज हो गया और झुर्र अहिरवार साइकिल सहित नदी में बह गया। हादसे की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस झुर्र अहिरवार को नहीं तलाश पाई तो दमोह, सागर औऱ जबलपुर जिले की एनडीआरएफ की टीमों को लगाया गया। ये टीमें 11 दिन लगातार बुजुर्ग को तलाशती रहीं, लेकिन असफल रहीं और अंत में हार मान ली।
लेकिन झुर्र अहिरवार के बेटे अशोक का कलेजा पिता के लिए कचोटता रहा। उसने हार नहीं मानी। वह रोज नदी के किनारे जाता और घंटों पिता को तलाशता रहता। आखिरकार उसे 24 दिन बाद बुधवार की सुबह सफलता मिल गई। खर्राघाट पुल के करीब 100 फीट की दूरी पर झाड़ियों में फंसा उसके पिता का शव मिल गया। यह सूचना गांववालों को मिली तो सभी नदी पर पहुंच गए। उन सभी को झुर्र की मृत्यु का गम था तो उसके बेटे के प्रयास को देखकर खुशी भी थी। लोगों की आंखों से गम और खुशी के मिलेजुले आंसू छलक पड़े। घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है।