नई दिल्ली: सुनहरी बाग मस्जिद (Sunehri Bagh Mosque) को लेकर चल रही सियासत (politics) के बीच इसे लेकर एक अहम जानकारी सामने आई है. नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (Municipal Council) की ओर से इसे हटाने के प्रस्ताव को लेकर जारी नोटिस पर 50-60 हजार प्रतिक्रियाएं ईमेल के जरिये मिली हैं. कुछ प्रतिक्रियाओं की गिनती अभी नहीं हुई है. एनडीएमसी (NDMC) ने एक हफ्ते पहले इसे हटाने को लेकर एक नोटिस (Notice) जारी किया था. इसे लेकर 1 जनवरी 2024 तक लोगों से आपत्तियां और सुझाव मांगे गए थे.
सूत्रों ने कहा कि एक संगठन जिसने बहुत सारे ईमेल भेजे हैं, वह ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर मौजूद है और यह संगठन भारतीय मुस्लिम इतिहास (indian muslim history) से जुड़ा है. एनडीएमसी सभी फीडबैक की स्टडी एक हफ्ते में करने के बाद इसे हैरिटेज कन्जर्वेशन कमेटी (HCC) के पास भेजेगा. इसके बाद कमेटी तय करेगी कि क्या मस्जिद को ग्रेड 3 हैरिटेज स्ट्रक्चर की लिस्ट से हटाना चाहिए या नहीं. इस मस्जिद को लेकर अंतिम निर्णय लेने में ट्रैफिक पुलिस कमिश्नर भी शामिल होंगे.
एनडीएमसी के अनुसार, एचसीसी ने अभी तक इस विषय पर बैठक की तारीख तय नहीं की है. सूत्रों का कहना है कि, “कुछ एचसीसी सदस्यों के इस्तीफे और अन्य की अनुपलब्धता के कारण फिलहाल 8 जनवरी तक कुछ भी नहीं हो पाएगा.”
सुनहरी बाग मस्जिद 150 साल पुरानी है और वह दिल्ली के लुटियंस जोन्स में मौजूद है, जहां देश की कुछ प्रमुख इमारतें मौजूद हैं. मस्जिद के पास में ही उद्योग भवन है. यहां से प्रधानमंत्री कार्यालय भी ज्यादा दूर नहीं है. इसके अलावा सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तौर पर तैयार हो रहा प्रधानमंत्री निवास भी इसके पास में मौजूद है. मस्जिद से कुछ सौ मीटर की दूरी पर कर्तव्य पथ और राष्ट्रपति भवन स्थित हैं. मस्जिद के चारों तरफ से कुल मिलाकर छह सड़कें गुजर रही हैं.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved