नई दिल्ली। चुनावी रणनीतिकार (Election strategist) और जन सुराज के संस्थापक (Jan Suraj founder) प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि यह अब साफ है कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और एनडीए सरकार (NDA government) की लोकप्रियता कम हो गई है. उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार (NDA government) का आगे का सफर जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड सहित 9 राज्यों के चुनावों पर निर्भर करेगा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि पीएम मोदी और एनडीए सरकार की लोकप्रियता में कमी आई है. एनडीए सरकार का आगे का सफर 2-2.5 साल में होने वाले 9 राज्यों के चुनाव पर बहुत हद तक निर्भर करेगा. प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर राज्यों में नतीजे बीजेपी के खिलाफ रहे तो सरकार की स्थिरता पर सवाल जरूर उठेंगे. लेकिन अगर बीजेपी इन राज्यों में अच्छा प्रदर्शन करती है तो उसकी सत्ता बनी रहेगी।
नीतीश कुमार को लेकर क्या बोले प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने कहा कि बीजेपी की यह मजबूरी है कि वो नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से नहीं हटा सकते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी जानती है कि नीतीश के मुख्यमंत्री रहते वे बिहार में चुनाव नहीं जीत सकते, लेकिन वे बिहार में कुछ नहीं कर सकते क्योंकि दिल्ली में सरकार चलाने के लिए उन्हें नीतीश की मदद की जरूरत है।
2 अक्तूबर को पार्टी लॉन्च करेंगे प्रशांत किशोर
बता दें कि चुनाव रणनीतिकार से सियासत के मैदान में आए प्रशांत किशोर (पीके) अब अपनी पार्टी लॉन्च करने को तैयार हैं. पीके पिछले दो साल से जन सुराज पदयात्रा पर हैं और अब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर 2 अक्टूबर को जन सुराज पार्टी की सियासत में एंट्री का औपचारिक ऐलान करने वाले हैं. जन सुराज बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है. हाल ही में बिहार की राजनीति में अपना सिक्का आजमाने उतरे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बड़ा ऐलान किया था. उन्होंने कहा कि अगर उनकी नई राजनीतिक पार्टी सत्ता में आती है तो वह एक घंटे के भीतर ही बिहार में शराबबंदी को समाप्त कर देंगे. मीडिया से बात करते हुए जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि उनकी पार्टी ‘अपनी सरकार बनाने के एक घंटे के भीतर शराबबंदी को समाप्त कर देगी.’
उन्होंने कहा था कि शराबबंदी का फैसला नीतीश कुमार की तरफ से एक ढकोसला है. किशोर ने मौजूदा शराबबंदी की आलोचना की और दावा किया कि यह अप्रभावी साबित हुई है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के कारण अवैध घरेलू शराब वितरण बढ़ गया है और राज्य को 20,000 करोड़ रुपये के संभावित उत्पाद शुल्क राजस्व से वंचित कर दिया है.
हाल ही में प्रशांत किशोर ने मंच से ऐलान किया था कि उनकी पार्टी अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में कम से कम 40 मुसलमान उम्मीदवारों को टिकट देगी।
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