बेंगलुरु । कर्नाटक विधानसभा उपचुनाव में (In Karnataka Assembly by-elections) एनडीए (NDA) दो सीटों पर (On two seats), जबकि कांग्रेस एक सीट पर आगे है (While Congress is ahead on one seat)।
केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी की सीट वाली हाई प्रोफाइल चन्नपटना विधानसभा सीट और पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा सांसद बसवराज बोम्मई की शिगगांव सीट पर हुए उपचुनाव के लिए काउंटिंग जारी है। संदूर सीट (जहां भाजपा कभी नहीं जीती) का प्रतिनिधित्व कांग्रेस सांसद ई. तुकाराम करते हैं। हाई प्रोफाइल चन्नपटना सीट के लिए मतगणना रामनगर इंजीनियरिंग कॉलेज में हो रही है।
केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उनके बेटे निखिल कुमारस्वामी एनडीए के उम्मीदवार हैं और कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता सी.पी. योगेश्वर को मैदान में उतारा है। सूत्रों ने पुष्टि की है कि डाक मतपत्रों की गिनती में निखिल ने शुरुआत में कांग्रेस उम्मीदवार योगेश्वर से बढ़त हासिल की थी। शिगगांव निर्वाचन क्षेत्र के लिए मतगणना हावेरी जिले के देवगिरी में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में हो रही है। शुरुआती रुझान में भाजपा उम्मीदवार भरत बोम्मई कांग्रेस उम्मीदवार यासिर अहमद खान पठान से आगे चल रहे हैं। भरत पूर्व सीएम और भाजपा सांसद बसवराज बोम्मई के बेटे हैं।
कांग्रेस ने अपने पारंपरिक गढ़ संदूर निर्वाचन क्षेत्र में बढ़त हासिल की, जहां भाजपा ने कभी जीत दर्ज नहीं की है। मतगणना बेल्लारी के सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज के परिसर में हो रही है। सूत्रों ने पुष्टि की है कि कांग्रेस उम्मीदवार अन्नपूर्णा तुकाराम ने 6,959 वोट हासिल किए हैं और भाजपा उम्मीदवार बंगारू हनुमंथु से 2,586 वोटों से आगे चल रही हैं।
कर्नाटक में राजनीतिक दल तीन विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनावों के नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, दोपहर तक नतीजे आने की उम्मीद है। इन तीनों सीटों पर चुनाव उन विधायकों के इस्तीफे के बाद हुए हैं जिन्होंने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। तीनों सीटों में से चन्नपटना सीट सबसे हाई-प्रोफाइल मानी जाती है, क्योंकि इस सीट पर पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा और उपमुख्यमंत्री तथा कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार के परिवारों के बीच टकराव देखने को मिला है।
रिपोर्ट्स के अनुसार चुनाव नतीजों को लेकर रामनगर, मांड्या और बेंगलुरु ग्रामीण जिलों में व्यापक सट्टेबाजी की गतिविधि देखी गई है। कुछ स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर कार, दोपहिया वाहन, सोने के आभूषण और यहां तक कि बड़ी रकम भी दांव पर लगाई है। बताया जाता है कि बेंगलुरु और उसके आसपास के इलाकों के धनी जमींदारों ने करोड़ों रुपये का दांव लगाया है। ये नतीजे सत्तारूढ़ कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा और जेडीएस के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।
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