इस्लामाबाद (Islamabad)। पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Former Prime Minister Nawaz Sharif) चार साल बाद पाकिस्तान वापस लौट (returned back Pakistan) आए। पाकिस्तान लौटते ही शरीफ ने शक्ति प्रदर्शन (Power performance) किया, जिससे उनके समर्थकों में उत्साह आ जाए। शक्ति प्रदर्शन (Power performance) का संकेत विपक्षी नेताओं में भी खौफ का संचार करना था। नवाज शरीफ पिछले चार वर्षों से लंदन में थे, जो शनिवार दोपहर दुबई से इस्लामाबाद पहुंचे। रैली में उन्होंने फलस्तीन का समर्थन भी किया और फलस्तीनी झंडा (Palestinian flag) हवा में लहराया।
शक्ति प्रदर्शन करने लाहौर पहुंचे
नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (नवाज) ने खुशी जाहिर की है। पार्टी ने ट्वीट कर शरीफ का स्वागत किया। पार्टी ने ट्वीट में कहा कि बादशाह वापस आ गए हैं। नवाज शरीफ वापस आ गए हैं। नवाज शरीफ पाकिस्तान का गौरव बहाल करने आए हैं। बता दें, शरीफ इस्लामाबाद में हवाई अड्डे पर कानूनी प्रक्रियाओं के बाद शक्ति प्रदर्शन करने चार्टर प्लेन से सीधे लाहौर पहुंचे। यहां उन्होंने मीनार-ए-पाकिस्तान तक रैली की। बता दें, लाहौर पीएमएल-एन का गढ़ माना जाता है।
शरीफ ने रैली के अंत में जनसभा को संबोधित किया और जनता को आई लव यू टू कहा। उन्होंने इस दौरान अपनी बेटी मरियम नवाज और भाई शहबाज शरीफ को गले लगाया। रैली में समर्थकों की भारी भीड़ शामिल हुई थी। इस दौरान वे अपनी बीवी और मां को लेकर भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि जब भी मैं पहले कहीं से आता था तो मेरी मां और मेरी बीवी दरवाजे पर मेरा इंतजार करते थे। लेकिन दोनों नहीं है। अब कोई मेरा इंतजार नहीं करेगा। कोई मेरा घर पर स्वागत नहीं करेगा। सियासत में मैंने उन्हें खो दिया। जनता से उन्होंने कहा कि आपसे मेरा प्यार का रिश्ता कायम है।
शरीफ पंजाब के शेर के नाम से पाकिस्तान में मशहूर हैं। वे तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने। हालांकि, तीनों बार वे अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। पाकिस्तानी मीडिया में एक बहस के दौरान सवाल किया गया कि क्या नवाज की रैली, पाकिस्तान की अब तक की सबसे बड़ी रैली है। इसके जवाब में विश्लेषक ने कहा कि सभा के आकार के बारे में तो बहस ही नहीं हो सकती। शरीफ की वापसी को विश्लेषकों ने शक्तिशाली सैन्य प्रतिष्ठान का आशीर्वाद बताया।
1990 के आर्थिक मॉडल पर देश चलता तो कोई बेरोजगार न होता
नवाज ने कहा कि यदि पाकिस्तान को मेरे 1990 के आर्थिक मॉडल पर चलाया जाता तो एक भी व्यक्ति बेरोजगार नहीं होता, गरीबी जैसी चीज नहीं होती लेकिन आज हालात इतने खराब हैं कि सोचना पड़ता है कि क्या वे अपने बच्चों को खाना खिला पाएंगे या बिजली का बिल भर पाएंगे। उन्होंने साफ किया कि ये कठिन आर्थिक स्थितियां उनके भाई शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान नहीं बनी, बल्कि लंबे समय से चली आ रही हैं।
बदला लेने की इच्छा नहीं
शरीफ ने बदले की राजनीति नहीं करने का वादा किया और कहा कि मैं केवल एक विकसित और समृद्ध पाकिस्तान देखना चाहता हूं। मैं केवल लोगों की भलाई चाहता हूं। शरीफ के इस बयान को काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जेल में हैं तथा उनके खिलाफ 150 से अधिक मामले दर्ज हैं। इमरान सरकार ने शरीफ परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मामले चलाए थे। नवाज शरीफ और उनकी बेटी को जेल भी जाना पड़ा था।
हम देश को जी-20 में शामिल कराना चाहते हैं
शरीफ ने कहा कि हम पाकिस्तान को एशियाई टाइगर बना रहे थे। हम पाकिस्तान को जी-20 समूह में शामिल कराना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि संविधान को मजबूत करने और देश को बार-बार प्रभावित करने वाली बीमारी को दूर करने के लिए सभी को एक साथ आने की जरूरत है। हमें नई शुरुआत करने की आवश्यकता है।
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