नई दिल्ली । कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पत्नी नवजोत कौर (Wife Navjot Kaur) का कैंसर (Cancer) एक खास घरेलू डाइट से ठीक हुआ है. टाटा मेमोरियल अस्पताल के डायरेक्टर ने सिद्धू को इसी बयान पर घेरते हुए कैंसर रोगियों को सलाह दी है कि वो ऐसे किसी भी ‘अप्रमाणित उपचार’ पर भरोसा करने की गलती न करें.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि शुगर, डेयरी प्रोडक्ट से परहेज और हल्दी व नीम का सेवन उनकी पत्नी का कैंसर ठीक करने में बहुत कारगर साबित हुए हैं. इस पर टाटा मेमोरियल अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. सीएस प्रमेश का कहना है कि इन दावों के पीछे कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं. उन्होंने टाटा मेमोरियल अस्पताल के 262 वर्तमान और पूर्व कैंसर विशेषज्ञों के हस्ताक्षर किया हुआ स्टेटमेंट भी जारी किया है. इस स्टेटमेंट में कहा गया है कि हल्दी और नीम से कैंसर ठीक होने को लेकर कोई क्लीनिकल डेटा उपलब्ध नहीं हैं.
इस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू ने कहा था कि उनकी पत्नी नवजोत कौर स्टेज-4 के कैंसर से जूझ रही थीं. एक साधारण सी डाइट और व्यवस्थित लाइफस्टाइल से उनका कैंसर ठीक हुआ है. डॉक्टर ने उनकी पत्नी के बचने की उम्मीद सिर्फ 5 प्रतिशत बताई थी. लेकिन हल्दी, नीम का पानी, एप्पल साइडर विनेगर व नींबू पानी के नियमित सेवन और शुगर, कार्बोहाइड्रेट से सख्त परहेज और इंटरमिटेंट फास्टिंग की मदद से वह सिर्फ 40 दिन में हॉस्पिटल से डिसचार्ज हो गईं.
टाटा मेमोरियल अस्पताल के विशेषज्ञों ने कैंसर पीड़ितों से आग्रह किया है कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के मामले में वो ऐसे ‘अप्रमाणित उपचार’ पर भरोसा बिल्कुल न करें. अगर कैंसर को सही समय पर डिटेक्ट कर लिया जाए तो उसका इलाज संभव है. और कैंसर का सही इलाज सर्जरी, रेडिएशन और कीमोथेरेपी है.
डॉ. प्रमेश ने सिद्धू की प्रेस कॉन्फ्रेंस का एक क्लिप भी एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘ऐसी बातें सुनकर किसी को मूर्ख नहीं बनना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि इस तरह के दावे गैर-वैज्ञानिक और निराधार होते हैं. नवजोत कौर की सर्जरी और कीमोरथैरेपी हुई थी. यही कारण है कि आज उन्हें कैंसर से मुक्ति मिली है. इसमें हल्दी, नीम या अन्य किसी भी चीज के मददगार होने का दावा गैर-वैज्ञानिक है.
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