पटियाला। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Punjab Pradesh Congress Committee) के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को पटियाला जेल में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद जागी है। बताया जा रहा है कि पटियाला के राजिंदर हॉस्पिटल के डॉक्टर्स (Doctors at Rajinder Hospital, Patiala) ने नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के लिए कम फैट और हाई फाइबर की डाइट का सुझाव दिया है।
बता दें कि नवजोत सिद्धू जेल में दाल-रोटी नहीं खा रहे। वह स्पेशल डाइट के लिए कोर्ट पहुंच गए थे। उन्होंने खुद को लिवर की प्रॉब्लम बताई है। इसके अलावा ब्लड क्लॉटिंग(खून के थक्के बनना) यानी गाढ़े खून की भी दिक्कत जैसी बीमारी की वजह बताई थी। यहां तक कि गेहूं से भी एलर्जी है। सिद्धू ने मांग की कि उन्हें डॉक्टर की तरफ से बताई स्पेशल डाइट ही दी जाए। जिस पर पटियाला की चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (CJM) कोर्ट ने इस बारे में जवाब मांगा था।
पटियाला के राजिंदर हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के लिए कम फैट और हाई फाइबर की डाइट का सुझाव दिया है। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि वह स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं और वो जेल में अनाज नहीं खा सकते हैं।
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू की अपील को स्वीकार करने से पहले पटियाला कोर्ट ने उनका मेडिकल करवाने के आदेश दिए थे। इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब पुलिस राजिंदर हॉस्पिटल लेकर गई थी। नवजोत सिंह सिद्धू को पिछले हफ्ते ही रोड रेज के पुराने मामले में एक साल की सजा सुनाई गई है।
अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून से बात करते हुए पैनल में मौजूद रहीं डॉक्टर रमनजीत कौर ने कहा कि ”नवजोत सिंह सिद्धू के लिए हाई फाइबर डाइट का सुझाव दिया गया है। नवजोत सिंह सिद्धू को खाने में वेजिटेबल सूप और जूस दिया जा सकता है। नवजोत सिंह सिद्धू की डाइट से अनाज को हटा दिया गया है, हालांकि लंच में सिद्धू को बाजरे की रोटी दी जा सकती है।
विदित हो कि नवजोत सिंह सिद्धू को 1988 के रोड रेज के मामले में एक साल की सजा हुई है। नवजोत सिंह सिद्धू हालांकि इस मामले में पहले बरी हो चुके थे, लेकिन 2018 में यह मामला दोबारा सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। जिसके बाद कोर्ट ने यह सजा सुनाई है।
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