गांधीनगर। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अभिषेक पाल (Abhishek Pal) और पारुल चौधरी (Parul Chaudhary ) ने शनिवार को अपने राज्य के लिए 5,000 मीटर दौड़ (5,000 meter run) में पुरुष व महिला स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीतकर यहां राष्ट्रीय खेलों में अनूठा डबल पूरा किया।
पारुल चौधरी अपने प्रदर्शन से खुश थीं लेकिन अभिषेक पाल थोड़ा निराश नजर आए, हालांकि उन्होंने सर्विसेज के करित कुमार और सावन बरवाल के साथ-साथ मौजूदा चैम्पियन जी. लक्ष्मणन की कड़ी चुनौती पर पार पाकर खिताबी जीत हासिल की।
स्वर्णिम जीत के बाद उन्होंने खुलासा किया कि उनकी निगाहें स्वर्ण जीतने के साथ गेम्स रिकॉर्ड पर भी थीं। उन्होंने कहा, “मैं जीत से खुश हूं लेकिन फिर भी निराशा हूं।”
अभिषेक पाल ने 14:07.25 सेकेंड का समय दर्ज किया, जो 13:50.05 के खेल रिकॉर्ड से काफी दूर था।
25 वर्षीय धावक ने कहा, “हां, मैं रिकॉर्ड पर नजर गड़ाए हुए था। लेकिन मैं एशियाई चैम्पियनशिप और एशियाई खेलों जैसी प्रतियोगिताओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं।” उन्होंने अपने भविष्य की योजनाओं का खाका खींचते हुए कहा, “मैं राष्ट्रीय शिविर के फिर से शुरू होने से पहले एनसीओई में अपना स्थान सुरक्षित करना चाहता हूं।”
उन्होंने अपने कारणों का खुलासा करते हुए कहा, “2015 में, जब मैं भोपाल में स्पोर्ट्स अथोरिटी ऑफ इंडिया नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (एनसीओई) में शामिल हुआ, तब मेरे करियर के ग्राफ ने ऊपर की ओर जाना शुरू कर दिया था।”
धावकों के परिवार से ताल्लुक रखने वाले अभिषेक पाल ने सात साल पहले तिरुवनंतपुरम में राष्ट्रीय खेलों में 5,000 मीटर की दौड़ में पांचवें स्थान पर रहने के बाद से एक लंबा सफर तय किया है।
वह अप्रैल 2019 में एशियाई चैम्पियनशिप की 5,000 मीटर दौड़ में पांचवें और 10,000 मीटर दौड़ में सातवें स्थान पर थे। और अब, अपने पास अधिक अनुभव होने के साथ ही उन्हें विश्वास है कि वह अगली महाद्वीपीय मीट में पोडियम पर चढ़ सकते हैं।
अभिषेक पाल की राज्य साथी व लंबी दूरी की धाविका पारुल चौधरी, हालांकि, अपने पहले राष्ट्रीय खेलों के स्वर्ण से खुश थीं क्योंकि उन्होंने 16:34.68 के समय के साथ गोल्ड जीता है।
पारुल ने कहा, “हालांकि मैंने गति पर ज्यादा काम नहीं किया था, लेकिन मुझे विश्वास था कि अगर मैं सबसे आगे दौड़ने वाली रनर्स के करीब रहूंगी, तो मैं अंत तक तेज दौड़ने में सक्षम हो जाऊंगी, भले ही फ्रंट-रनिंग कोई भी हो।”
पिछले जुलाई में ओरेगॉन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के बाद से मेरठ के 27 वर्षीय धाविका ऑफ सीजन में है। हालांकि उत्तराखंड की अंकिता ध्यानी, महाराष्ट्र की कोमल जगदाले, हरियाणा की भारती और हिमाचल प्रदेश की सीमा ने बारी-बारी से बढ़त बनाई, लेकिन पारुल चौधरी ने अंतिम 200 मीटर में रफ्तार बढ़ाकर अपनी प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ दिया।
अभिषेक पाल को गेम्स रिकॉर्ड तोड़ने का एक और मौका मिलेगा, जब वह सोमवार को 10,000 मीटर में हिस्सा लेंगे। पारुल चौधरी 3,000 मीटर स्टीपलचेज दौड़ में दूसरे स्वर्ण के लिए दौड़ेंगी। (एजेंसी, हि.स.)
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