भोपाल। कश्मीर में आठ दलों ने एक होकर गुपकार संगठन या एलायंस बनाया है। लेकिन यह समझ नहीं आता कि इसे गुपकार एलायंस कहें, एंटी नेशनल एलायंस कहें या एंटी पीपुल्स एलायंस कहें। इस एलायंस में जितने भी नेता शामिल हैं, वे सब राष्ट्विरोधी बयानबाजी करते हैं। नेशनल कांफ्रेस के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला कहते है कि हम चीन की मदद से कश्मीर में धारा 370 की वापसी करायेंगे। 23 अक्टूबर को महबूबा मुफ्ती कहती हैं कि हम उस वक्त तक तिरंगा नहीं उठायेंगे और न ही किसी को उठाने देंगे जब तक हमारे कश्मीर का झंडा हमें वापस नहीं मिल जाता। कांग्रेस के राहुल गांधी भी इनके सुर में सुर मिलाते हैं। गुपकार एलायंस और कांग्रेस कश्मीर के माहौल में एक बार जहर घोलना चाहते हैं, उसे अंधेरे में धकेलना चाहते हैं। यह बात मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कही। चौहान ने कहा कि आज अगर कांग्रेस का गांधी परिवार कश्मीर के अब्दुल्ला परिवार, मुफ्ती परिवार के साथ एकजुट दिखाई दे रहा है, तो उसकी वजह यह है कि मोदी सरकार ने कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटाकर इनकी लूट पर रोक लगा दी है। चौहान ने कहा कि इन परिवारों ने रोशनी एक्ट की आड़ में 25000 करोड़ से अधिक की जमीन हड़प ली, जिसकी जांच अब सीबीआई कर रही है। ये वही नेता हैं, जिनके बच्चे विदेशों में पढ़ते रहे और ये कश्मीरी बच्चों के हाथों में पत्थर थमाते रहे। इन्होंने ही कश्मीर को अंधेरे में धकेला। जब सीबीआई जांच की आंच इन नेताओं तक पहुंचने लगी, तो उन्होंने इससे बचने के लिए ही गुपकार अलायंस बनाया और कांग्रेस भी उनमें शामिल हो गई। चौहान ने कहा धारा 370 हटने के बाद कश्मीर खुली हवा में सांस ले रहा है। जहां कभी खून के निशान दिखाई देते थे, वहां अब प्राकृतिक सौंदर्य की सौंधी महक आने लगी है। लेकिन अब उसी कश्मीर में फिर से जहर घोलने के प्रयास हो रहे हैं, जिसमें कांग्रेस पार्टी भी शामिल है।
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