नई दिल्ली: देश में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है. इस बीच एक राहत की भी खबर सामने आयी है. नाक से दी जाने वाली नेजल वैक्सीन iNNOVACC को लोगों को देने के लिए शुक्रवार को मंजूरी दी गई है. आज से यह नेजल वैक्सीन कोविन ऐप पर उपलब्ध है. सरकार की ओर से इसके दाम निजी अस्पतालों में 800 रुपये और सरकारी अस्पतालों को कंपनी से मिलेगी 325 रुपए में प्रति डोज में प्राप्त होगी. कुछ दिनों बाद जनवरी में लोगों को यह वैक्सीन अस्पतालों से दी जा सकती है.
iNCOVACC भारत की पहली नेजल वैक्सीन होगी जिसे बूस्टर डोज के तौर पर लिया जा सकेगा. इसका ट्रायल देश के 14 जगहों पर किया गया. इस ट्रायल में 3100 लोग शामिल हुए थे. भारत बायोटेक के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन डॉक्टर कृष्णा इल्ला ने कहा यह व्यक्ति भारत की पहली ऐसी वैक्सीन होगी जिसमें नीडल की जरूरत नहीं.
भारत के पास precautionary dose के लिए एक और बेहतर विकल्प मिल गया है. इससे बड़ी तादाद में एक साथ एक साथ लोगों के इम्यूनाइजेशन में मदद मिलेगी. यह वैक्सीन नाक के जरिए स्प्रै करके दी जाती है. वैक्सीन को वाशिंगटन विश्वविद्यालय, सेंट लुइस के साथ साझेदारी में विकसित किया गया था.
कंपनी का दावा है कि इस स्प्रे को नाक के म्यूकस पर छिड़का जाता है तो ये वायरस के खिलाफ फिजिकली और कैमिकली बैरियर बना देता है. इसके इस्तेमाल के बाद संक्रमण फेफड़ों तक नहीं पहुंचता. कंपनी का दावा है कि ये स्प्रे पूरी तरह से सुरक्षित और कोरोना के खिलाफ असरदार है. कंपनी का ये भी कहना है कि ट्रायल के दौरान इसके कोई भी साइड इफेक्ट्स सामने नहीं आए.
पिछले महीने भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड नाक से दी जाने वाली वैक्सीन इनकोवैक को लेकर केंद्र सरकार से बात की थी. नवंबर में भारत बायोटेक ने केंद्र सरकार से नाक से दी जाने वाली अपनी कोविड रोधी दवा ‘इनकोवैक’ (iNCOVACC) को कोविन पोर्टल में शामिल करने का अनुरोध किया था, ताकि इसे लेने वाले लोगों को टीकाकरण का प्रमाणपत्र मिल सके.
भारत में अब तक जितनी वैक्सीन लगाई जा रही है, वो सभी इंट्रा मस्कुलर वैक्सीन हैं. इन्हें इंजेक्शन के जरिए बांह में लगाया जाता लगाया जाता है. लेकिन भारत बायोटेक की ये नेजल वैक्सीन है. इसे नाक के जरिए दिया जाएगा. इसका मतलब है कि ड्रॉप की तरह इसे नाक में डाला जाएगा. नेजल वैक्सीन को मस्कुलर वैक्सीन से ज्यादा असरदार माना जाता है.
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