वॉशिंगटन। नासा (NASA) ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर सूरज की सतह से निकलते सोलर फ्लेयर्स (Solar Flares) का एक अद्भुत वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में सूरज की सतह से एक तेज रोशनी (a bright light from the surface of the sun) निकलते दिखाई दे रही है. नासा (NASA) ने बताया कि इसके अलावा भी कई दूसरे सोलर फ्लेयर्स (Solar Flares) बनते नजर आए हैं. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि इस विस्फोट से निकले अबतक अरबों कण 1600000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अंतरिक्ष (Space) में गायब हो गए. बता दें, नासा (NASA) ने इस वीडियो को अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है.
नासा (NASA) ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कहा कि आज सुबह सूरज ने मध्य स्तर के सोलर फ्लेयर्स (Solar Flares) को उत्सर्जित किया है. उन्होंने बताया कि हमारी सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी (Solar Dynamics Observatory) ने इस पूरी घटना को सुबह करीब 1.01 ईएसटी पर कैप्चर किया. उनके मुताबिक नासा की सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी सूरज की सतय पर हुई हर प्रकार की हलचल को रिकॉर्ड करती है. बता दें, सोलर फ्लेयर्स ऊर्जा के शक्तिशाली विस्फोट हैं.
सोलर एक्टिविटी के चार मुख्य घटकों में सोलर फ्लेयर्स, कोरोनल मास इजेक्शन, हाई-स्पीड सोल विंड और सोलर एनर्जी पार्टिकल्स होते हैं. इन्हीं चार मुख्य घटकों के चलते पर्थवी पर सोलर तूफान आते हैं. नासा के मुताबिक, सोलर फ्लेयर्स धरती पर उस वक्त प्रभाव डालती है जब वो सूरज के उस ओर होती है जहां हमारी पर्थवी है. नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन के स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर (एसडब्ल्यूपीसी) के एक कार्यक्रम में ऑर्डिनेटर बिल मुर्तघ ने कहा कि बीते कई सालों में सूरज में काफी कम हलचल देखने को मिली है. हालांकि सोलर मैक्सिमम की ओर बढ़ रहा है जिस कारण साल 2025 में सूरज की सतह पर काफी हलचल देखने को मिलेगी.
बता दें, सूरज की सतह से पैदा होने वाले सोलर फ्लेयर्स धरती का बाहरी वायुमंडल गरमा सकते हैं जिसका सीधा असर सैटलाइट्स पर पड़ सकता है. कहा जाता है कि इसके कारण जीपीएस, नैविगेशन, मोबाइल फोन नेटवर्क और सैटलाइट टीवी में रुकावट पैदा हो सकती है. वहीं, पावर लाइंस में करंट काफी तेज हो सकता है. हालांकि ऐसा बेहद कम होता है क्योंकि धरती का चुंबकीय क्षेत्र इसके लिए सुरक्षा कवच साबित होता है.
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