जबलपुर। मप्र राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया द्वारा आज कलेक्ट्रेट जबलपुर से नरवाई प्रबंधन जागरूकता अभियान रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। शासन के निर्देशानुसार प्रदेश में फसल की कटाई उपरांत नरवाई को न जलाने के लिए, कृषकों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से रथ को रवाना किया गया। इस दौरान अपर कलेक्टर नाथूराम गौड़ व कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद थे। इस दौरान कुसमरिया ने नरवाई जलाने से पर्यावरण पर होने वाले नुकसान जैसे मित्र कीटों की हानि, मृदा उर्वरा शक्ति का क्षरण, फसल उत्पादन में कमी, जन-धन की होने वाली हानि आदि से अवगत कराया।
नरवाई प्रबंधन के लिए नरवाई से पैलेट्स, भूसा, जैविक खाद एवं बायो फ्यूल बनाने जैसी अनेक इकाइयों को जिले में स्थापित करने के लिए जोर दिया। उन्होंने कहा कि इससे भूमि प्रबंधन के साथ पर्यावरण संरक्षण, उत्पादन लागत में कमी एवं फसल उत्पादन में वृद्धि तथा कृषकों एवं ग्रामीण युवाओं के लिये अतिरिक्त रोजगार के साधन भी सृजित होंगे। उल्लेखनीय है कि जबलपुर जिले में नरवाई जलाने मुक्त अभियान में 14 ग्रामों का चयन किया गया है। इन ग्रामों में कृषकों को नरवाई प्रबंधन के लिए जीरो टिलेज, सीड ड्रिल, हैप्पी सीडर या सुपर सीडर आदि उन्नत कृषि यंत्रों की मदद से बिना जुताई किये आगामी रबी फसल के बीज को सीधी बुवाई करने के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। नरवाई प्रबंधन जागरूकता अभियान रथ रवानगी के अवसर पर कृषि अभियांत्रिकी विभाग के संभागीय कृषि यंत्री व्हीके सोनवानी, एनएल मेहरा, उपयंत्री व्हीव्ही मौर्य, किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग से सहायक संचालक कृषि रवि कुमार आम्रवंशी, कीर्ति वर्मा एवं कृषि अभियांत्रिकी के समस्त तकनीकी कर्मचारी उपस्थित रहे।