उज्जैन। मकर संक्रांति पर पानी नहीं होने के कारण पूर्व में कलेक्टर एसपी को सजा नप गई थी और इसके बाद से घाटों पर नहान के लिए पानी रखने की विशेष तैयारी की जाती है। अभी मकर संक्रांति में समय है तथा नर्मदा का पानी पाईप लाईन के द्वारा आना शुरु हो गया है तथा पुराने गंदे पानी को हटाया जा रहा है। मकर संक्रांति के लिए नर्मदा का पानी त्रिवेणी आना शुरू हो गया है। आज सुबह से पाइप लाइन के जरिए यह पानी लाना शुरू हो गया है। पूरा पानी लाने में सात से आठ दिन लगते हैं। 14 जनवरी को मकर संक्रांति का स्नान होता है और इस दिन बड़ी संख्या में रामघाट तथा त्रिवेणी पर श्रद्धालु बाहर से आते हैं। उनके स्नान की व्यवस्था के लिए प्रशासन हर बार नर्मदा से पानी मंगवाता है। इस बार भी प्रशासन ने 2 एमसीएम पानी स्नान के लिए मांगा है जो आज से त्रिवेणी आना शुरू हो गया है।
यह पानी पाइप लाइन से लाया जाता है। फिलहाल त्रिवेणी पर पानी का लेवल 12 फीट है, वहीं रामघाट पर 8 फीट है। यह पानी आगे की ओर छोड़ा जाएगा तथा जो नया नर्मदा का पानी आज लाया जा रहा है उसे रामघाट और त्रिवेणी पर छोड़ा जाएगा। शिप्रा से 2 एमसीएम नर्मदा का पानी पाइप लाइन से लाने में 7 से 8 दिन लगते हैं और मकर संक्रांति में अभी 9 दिन बाकी है। इसलिए आज से ही पानी लाने का काम शुरू किया गया है। कार्यपालन यंत्री राजीव शुक्ला ने बताया आज सुबह 9:30 बजे से पानी की आवक पाइपलाइन के जरिए शुरू हो गई है जो लगातार 7 दिन तक चलेगी। त्रिवेणी और रामघाट का लेवल मेनटेन किया जाएगा और स्नान के लिए श्रद्धालुओं को नर्मदा का साफ पानी उपलब्ध होगा। मकर संक्रांति के पर्व पर नर्मदा के साफ पानी से स्नान होगा और मकर संक्रांति 15 जनवरी की है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved