इंदौर। कई क्षेत्रों में मेट्रो का कार्य अभी और शुरू होना है, जिसके लिए नर्मदा और ड्रेनेज की लाइनें हटाई जाएंगी। किन क्षेत्रों में कितनी बाधाएं हैं, इसके लिए आज निगम कमिश्नर मेट्रो अधिकारियों के साथ मौका स्थिति देखने पहुंचीं। इस दौरान अफसरों ने बताया कि नर्मदा की मेन लाइनें बंगाली चौराहा, पत्रकारा कालोनी, पलासिया, खजराना सहित कई अन्य स्थानों पर शिफ्ट करना पड़ेंगी। इसके साथ ही वहां आसपास के कई हिस्सों में सीवरेज की लाइनें भी हैं, जिन्हें शिफ्ट करने पर भारी भरकम राशि खर्च होगी।
कल मेट्रो के मामले को लेकर हुई बैठक में कई अन्य क्षेत्रों में काम शुरू करने को लेकर आ रही बाधाओं पर चर्चा हुई थी। इसमें कई पेड़ों के साथ-साथ नर्मदा और ड्रेनेज की लाइनों के मामले सामने आए थे। इस पर निगमायुक्त हर्षिका सिंह आज सुबह मेट्रो प्रोजेक्ट के अधिकारियों के अलावा निगम अफसरों के साथ मौका मुआयना करने पहुंचीं। सबसे पहले वो रोबोट चौराहे पर गईं, जहां पेड़ों की शिफ्टिंग से लेकर ड्रेनेज और नर्मदा की लाइनों के मामले को लेकर दोनों विभाग के प्रमुख अधिकारियों से जानकारी ली गई। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक इसके बाद कई अन्य स्थानों पर भी निरीक्षण किया गया।
मेट्रो के अधिकारियों और निगम अधिकारियों के बीच हुई बातचीत के आधार पर कई मामलों के लिए आने वाले दिनों में काम शुरू कराया जाएगा। नर्मदा प्रोजेक्ट के कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव के मुताबिक मेट्रो के लिए बंगाली चौराहा, पत्रकार चौराह, पलासिया और खजराना के साथ-साथ कई अन्य क्षेत्रों की नर्मदा मेन लाइनें शिफ्ट करना पड़ेंगी, जिस पर तीन से चार करोड़ का खर्च अनुमानित है। इसी प्रकार उक्त हिस्सों में सीवरेज की कई बड़ी-छोटी लाइन में भी शिफ्ट करेंगे। उस पर भी होने वाले खर्च का आकलन ड्रेनेज विभाग द्वारा किया जाएगा। इसकी विस्तृत रिपोर्ट नगर निगम अधिकारियों द्वारा तैयार की जाएगी और कितने क्षेत्रों में क्या-क्या कार्य होना है, उस आधार पर आगे की कार्रवाई शुरू होगी।
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