नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद पटेल ने पद से इस्तीफा दे दिया है. हाल ही में देश के पांच राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने तीन राज्यों में जीत हासिल की है. इसी सिलसिले में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद पटेल समेत कई सांसदों को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में विधायकी लड़ने का टिकट दिया था.
बीजेपी केंद्रीय समिति ने यही फॉर्मूला राजस्थान में भी अपनाया था जहां से उन्होंने अपने कई सांसदों को विधायकी का टिकट देकर चुनाव लड़ने को कहा था. बुधवार (6 दिसंबर 2023) को जीते हुए सांसदों ने अपनी संसद सदस्यता से केंद्रीय नेतृत्व के इशारे के बाद इस्तीफा दे दिया था. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इन नेताओं के इस्तीफे स्वीकार भी कर लिये हैं. सूत्रों का कहना था कि इन नेताओं को राज्य की राजनीति में केंद्रीय लीडरशिप तैयार करने के इरादे के साथ भेजा गया है.
किन 12 सांसदों ने दिये हैं इस्तीफे
लोकसभा स्पीकर को कुल 12 सांसदों ने इस्तीफा सौंपा है. इन सांसदों में इस्तीफा देने वाले 10 सांसदों में तोमर और पटेल के अलावा जबलपुर के सांसद राकेश सिंह, सीधी की सांसद रीती पाठक, होशंगाबाद के सांसद उदय प्रताप सिंह, राजस्थान के राजसमंद की सांसद दीया कुमारी, जयपुर के सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा, छत्तीसगढ़ के अरुण साव और गोमती साय शामिल हैं. अलवर के सांसद बाबा बालक नाथ और केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने भी आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
कुल 21 सांसदों को तीन राज्यों में दिया था टिकट
गौरतलब है कि बीजेपी ने कुल तीन राज्यों में अपने कुल 21 सांसदों को टिकट दिया था जिसमें से 9 चुनाव हार गये थे. संसद की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद तीनों केंद्रीय मंत्रियों को प्रक्रियागत औपचारिकता के तहत केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देना होगा. तोमर केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य हैं और कृषि विभाग जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय को संभाल रहे हैं.
पटेल और रेणुका सिंह राज्य मंत्री हैं. केंद्रीय मंत्रिपरिषद से उनके संभावित इस्तीफे की स्थिति में एक नयी चर्चा शुरू हो गई है कि क्या मोदी 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले अपनी मंत्रिपरिषद में नए सदस्यों को शामिल करेंगे.
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