मुंबई (Mumbai)। बॉलीबुड के दिग्गज एक्टर नाना पाटेकर (Nana Patekar) किसी परिचय के मोहताज नहीं है उन्होंने अपने काम से लोगों के दिलों में खास जगह बनाई है और सालों से पर्दे पर एक से बढ़कर एक फिल्में दे रहा है. नाना (Nana Patekar) ना केवल कॉमेडी बल्कि इमोशनल और हार्ड एक्टिंग भी बेहद कमाल की करते हैं.
नाना सोशल मीडिया से खासे दूर रहे हैं और उनकी इमेज एक बहुत ही संयमित और स्वस्थ लाइफस्टाइल फॉलो करने वाले एक्टर की है. लेकिन नाना भी स्मोकिंग के एडिक्शन से जूझ चुके हैं. अब उन्होंने बताया है कि वो दिन एक में 60 सिगरेट तक पी जाया करते थे, तो आइए जानते हैं कि क्या है पूरा किस्सा.
बेटे से नफरत करते थे नाना
एक इंटरव्यू में नाना पाटेकर ने कहा कि ‘उनका एक बड़ा बेटी था, जिसका नाम उन्होंने दुर्वासा रखा था. जन्म से ही उसकी एक आंख में तकलीफ थी. उसे दिखाई नहीं देता था. इतनी नफरत होने लगी कि जब मैंने उसे देखा तो ये सोचता कि लोग क्या सोचेंगे कि नाना का कैसा बेटा है. मैंने इस बारे में नहीं सोचा कि वह क्या महसूस करता है या कैसा महसूस करता है. मैंने केवल यह सोचा कि लोग मेरे बेटे के बारे में क्या सोचेंगे, उसने हमारे साथ ढाई साल बिताए और फिर वो दुनिया को छोड़ चला गया. उन्होंने कहा, ‘आप क्या कर सकते हैं. जीवन में कुछ चीजें तय होती हैं.’
बहन की वजह से छोड़ी स्मोकिंग
इसी बातचीत में उन्होंने बताया कि मुझे सिगरेट पीने की लत थी. मैं नहाते समय भी सिगरेट पीता था. उस वक्त मैं दिन में करीब 60 सिगरेट पीता था. बदबू के कारण कोई भी मेरी कार में नहीं बैठता था. उन्होंने कहा, मैंने कभी शराब नहीं पी लेकिन स्मोकिंग बहुत करता था. लेकिन, मेरी बहन के कुछ शब्दों ने इस बुरी लत को हमेशा के लिए छुड़वा दिया. नाना ने कहा मेरे बहन ने भी अपना इकलौते लड़के को खोया था. उसने मुझे एक दिन स्मोकिंग करने के बाद खांसते हुए देखा. उसने कहा, ‘तुम और क्या देखना चाहते हो?’ यह सुनकर नाना पाटेकर को बहुत दुख हुआ और उन्होंने उसी दिन के बाद से स्मोकिंग करना छोड़ दिया.
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