- राज्य निर्वाचन आयोग की गलती से भारत निर्वाचन आयोग ने लिया सबक
भोपाल। प्रदेश में पिछले महीने हुए निकाय चुनाव के दौरान मतदाता सूची को लेकर गफलत की स्थिति रही। एक ही पर परिवार के सदस्यों के नाम अलग-अलग केंद्रों पर करने एवं एक वार्ड के नाम दूसरे वार्ड में करने के मामला सामने आया था। राज्य निर्वाचन आयोग की इस गलती से भारत निर्वाचन आयोग ने सीख ली है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि एक परिवार के सभी सदस्यों के नाम एक ही मतदान केंद्र पर होना चाहिए। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदान केंद्र 2 किलोमीटर के भीतर हो उसी पर मतदाताओं के नाम दर किए जाएं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने कहा कि एक ही मतदान केंद्र पर एक परिवार के सभी सदस्यों का नाम होना चाहिए। प्रदेश के 64 हजार 634 मतदान केंद्रों का सत्यापन कराएं, जिससे केंद्रों की वर्तमान स्थिति का पता चल सकें। उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 25 जुलाई 2022 को विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2023 कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश में इसकी तैयारी शुरू हो गई थी। राजन ने बताया कि 9 नवंबर 2022 को प्रदेश के समस्त मतदान केंद्रों पर मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा। इसी तारीख से 8 दिसंबर तक मतदाता नाम जोडऩे, हटाने, त्रुटि सुधार के लिए आवेदन कर सकेंगे। बीएलओ कार्यालयीन समय पर मतदान केंद्रों पर आवेदन लेंगे। इसी अवधि में दो दिवसीय विशेष कैंप भी लगाए जाएंगे और 26 दिसंबर तक प्राप्त आवेदन-पत्रों का निराकरण किया जाएगा। इसके बाद 5 जनवरी 2023 को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा।