नई दिल्ली । नायब सिंह सैनी(Nayab Singh Saini) दूसरी बार आज हरियाणा के मुख्यमंत्री पद (Chief Minister of Haryana)की शपथ लेने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) सहित भाजपा के कई दिग्गज नेता(Many senior BJP leaders)इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। सैनी के अलावा कई विधायकों को मंत्री पद की शपथ भी दिलाई जा सकती है। सैनी के सियासी सफर पर एक नजर डालें तो 2009 के विधानसभा चुनाव में नारायण गढ़ सीट पर उनका जमानत जब्त हो गया था। करीब 15 वर्षों के बाद वह हरियाणा की दूसरी बार कमान संभालने जा रहे हैं।
नायब सिंह सैनी 54 साल के हैं। 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने नारायणगढ़ सीट से ही 24,361 के अंतर से जीत हासिल की थी। वह अपने मिलनसार व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। किस्मत ने उन्हें मुख्यमंत्री पद पर बिठा दिया है। वह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के शिष्य भी हैं।
सैनी भाजपा के लिए हरियाणा में एक ओबीसी चेहरा हैं। वह भाजपा के जाट-गैर जाट समीकरण में पूरी तरह से फिट बैठते हैं। इस चुनाव में भाजपा का यह दांव आखिरकार कामयाब रहा। उनके नेतृत्व में 90 में से 48 सीटें जीतकर अभूतपूर्व तीसरी बार सत्ता में वापसी की।
खट्टर के करीबी होने के कारण उन्हें 2014-19 के खट्टर के कार्यकाल में राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। 2019 के लोकसभा चुनाव में सैनी ने कुरुक्षेत्र सीट पर भारी अंतर से जीत हासिल कर राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखा। सैनी को 27 अक्टूबर 2023 को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने भाजपा के जाट चेहरा ओम प्रकाश धनखड़ की जगह ली थी।
हरियाणा के अंबाला के पास एक गांव मिजापुर माजरा में 25 जनवरी, 1970 को सैनी का जन्म हुआ था। उन्होंने 1996 में आरएसएस के प्रचारक से राजनेता बने खट्टर के नीचे अपनी राजनीति शुरू की। उन्हें 2002 में भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) का अंबाला जिला सचिव नियुक्त किया गया। बाद में उन्हें अंबाला जिला अध्यक् बनाया गया।
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