भोपाल। भोपाल सेंट्रल जेल (Bhopal Central Jail) में बंद अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट (Ahmedabad serial bomb blast) का मास्टरमाइंड सफदर नागौरी (Safdar Nagori) भाग सकता है. ऐसे इनपुट के बाद सरकार अलर्ट पर आ गयी है। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने हाई लेवल मीटिंग के बाद खुद अफसरों के साथ जाकर जेल की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट के मामले में फांसी की सजा पाए सिमी के मास्टर माइंड सफदर नागौरी सहित 24 आतंकी भोपाल सेंट्रल जेल में बंद हैं। पिछले हफ्ते ही गुजरात की अदालत ने यहां बंद 6 आतंकियों को फांसी और एक को आखिरी सांस तक उम्र कैद की सजा सुनायी है। सजा के ऐलान के बाद पुलिस और जेल प्रशासन हाई अलर्ट पर है. नागौरी अंडा सेल में बंद है. जेल के अंदर से लेकर बाहर तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सरकार की हाई लेवल बैठक के बाद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अफसरों के साथ जेल पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
हाई सिक्यूरिटी सिस्टम के दायरे में आतंकी
गृह और जेल मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने हाई लेवल ऑफिसर्स के साथ बैठक की. डॉ. मिश्रा और उच्च अधिकारियों ने सुरक्षा प्रबंधों पर संतोष जताया. भोपाल सेंट्रल जेल में अहमदाबाद बम ब्लास्ट केस में फांसी की सजा पाए आतंकी सफदर नागौरी समेत अन्य आतंकी बंद हैं। सातवां आतंकी भी भोपाल सेंट्रल जेल में ही बंद है, उसे उम्र जेल में रहने की सजा सुनाई गई. इन सभी आतंकियों के लिए हाई सिक्यूरिटी सिस्टम का एक दायरा बनाया गया है. इसमें जवानों की तैनाती के साथ हाईटेक तकनीक से सुरक्षा पर नजर रखी जा रही है।
हाई सिक्यूरिटी
डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सेंट्रल जेल में अण्डा सेल और हाई सिक्यूरिटी सेल की सुरक्षा व्यवस्था का अवलोकन किया। उन्होंने कहा सेंट्रल जेल में हाई सिक्यूरिटी सिस्टम, वॉकी-टॉकी कंट्रोल रूम, हाई मास्ट लाइट का बेहतर प्रबंध है. सुरक्षा व्यवस्था के कारण रात की पेट्रोलिंग, पैरी-फैरी पेट्रोलिंग और अकस्मात पेट्रोलिंग शुरू कर दी गई है. जल्द ही हॉट लाइन भी शुरू हो जाएगी।
भोपाल पुलिस की बाहरी सुरक्षा की जिम्मेदारी
डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि डीसीपी (पुलिस उपायुक्त) खत्री और एडीएम यादव का संयुक्त दल जेल व्यवस्था का निरीक्षण सुरक्षा व्यवस्था संबंधी रिपोर्ट एडीजी जेल गाजीराम मीणा की अध्यक्षता वाली कमेटी को सौंपेगा। इसके अलावा भोपाल पुलिस ने भी जेल के बाहरी हिस्से में अपनी गश्त शुरू कर दी है। रात के समय गश्त की जाती है. जेल के अंदर जेल विभाग की सुरक्षा की जिम्मेदारी होगी जबकि बाहरी सुरक्षा की जिम्मेदारी भोपाल पुलिस की होगी।
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