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    नागदा की भाजपा नपा परिषद खतरे में

  • August 09, 2024

    • भाजपा पार्षद भी दिखे विपक्ष के साथ-बहुमत के अभाव में सभी 35 प्रस्ताव गिरे

    नागदा। गुरुवार को जिले के नागदा की पूर्ण बहुमत वाली भाजपा परिषद अपनों के ही विरोध से अल्पमत में आ गई और 35 में से एक भी प्रस्ताव पास नहीं करा सकी। परिषद के सम्मेलन में कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा पार्षदों ने भी अपनी ही परिषद की कार्यप्रणाली का जमकर विरोध किया। मीडिया से चर्चा के दौरान नपा अध्यक्ष पति और सांसद प्रतिनिधि भावुक होकर रो पड़े।


    गोशाला, सड़क के गड्ढे, मडपंप, पुराने प्रस्तावों पर काम नहीं होने के मुद्दों पर सदन में जमकर जुबानी जंग चली, नोंकझोंक तक हुई। नपाध्यक्ष संतोष गेहलोत सिर्फ एजेंडे के बिंदु पर बात करने का अनुरोध करती रही लेकिन कोई किसी की सुनने को तैयार नहीं था। अंतत: नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि ओपी गेहलोत ने भावुक मन से कहा कांग्रेस के साथ मिलकर अपनी ही पार्टी के पार्षद परिषद को नुकसान पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं। सम्मेलन के 21 पार्षदों की लिखित आपत्ति की वजह से 35 में से एक भी प्रस्ताव पास नहीं हो सका। भाजपा के शशिकांत मावर, उषा रामंचद्र सिसौदिया, शिवकुमार पोरवाल, मंजू राजेश गगरानी, सीमा भूपेंद्र राणावत, अंतिम आशीष मावर, महेंद्रसिंह चौहान, स्नेहलता नरेंद्रसिंह सेंगर, साहिल शर्मा, सुमित यादव और कांग्रेस पार्षद संदीप चौधरी, प्रमोदसिंह चौहान, आसिफ हुसैन, अब्दुल शरीफ, रेखा राजकुमार राठौर, विशाल गुर्जर, सपना वासुदेव चौहान, श्यामकुंवर विक्रम शेखावत, रमाशंकर मालवीय, मेघा धवन, गौरी साहनी 21 पार्षदों ने एक साथ हाथ खड़े कर प्रस्तावों का विरोध किया। सभी पार्षदों ने सीएमओ को आपत्ति पत्र भी सौंपा जिसमें परिषद के अब तक बुलाए 9 सम्मेलन में 170 प्रस्ताव पास किए गए, लेकिन इन दो वर्षों में 135-150 प्रस्तावों पर काम ही प्रारंभ नहीं हुआ। कांग्रेसियों के साथ अपनी ही परिषद के 12 पार्षदों के विरोध के चलते निरस्त हुए प्रस्तावों पर सांसद प्रतिनिधि ओपी गेहलोत अपनी बात रखते हुए भावुक हो गए। वे बोले एजेंडे में शहर विकास से जुड़े बिंदु थे, लेकिन बड़े दु:खी मन से कह रहा हूँ कि आपत्ति लेने वाले पार्षदों को दोष देना चाहिए। 11 साल की बच्ची विद्युत लाइन के कारण मृत्यु हो गई थी इसके लिए 11 केवी लाइन को शिफ्ट करने का प्रस्ताव लाए। मगर उस पर आपत्ति ली गई। इंजीनियर ने कह दिया है पुरानी नगर पालिका परिसर में बनी पेयजल टंकी तो तोडऩा जरुरी है, कभी भी गिर कर जनहानि हो सकती है लेकिन दु:खी मन से कहना पड़ रहा है कि हमारे ही पार्षद कांग्रेस पार्षदों के साथ मिलकर भाजपा परिषद को नुकसान पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं।

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