लंदन: पुरातत्वविदों ने उत्तरी ब्रिटेन में अब तक पाए गए सबसे पुराने मानव अवशेषों की खोज की है और बताया है कि वे 11,000 वर्ष पुराने हैं. अवशेषों में एक मानव हड्डी और एक पेरिविंकल शैल मनका शामिल है. इन्हें सेंट्रल लंकाशायर विश्वविद्यालय (UCLN) के पुरातत्वविदों की एक टीम ने इंग्लैंड के कुम्ब्रिया में स्थित हीनिंग वुड बोन गुफा में खोजा है. इस गुफा की खुदाई पहली बार 1958 में ईजी हॉलैंड द्वारा की गई थी, जिसमें 3 युवाओं और एक किशोर के कंकाल के अवशेष मिले थे.
सेंट्रल लंकाशायर विश्वविद्यालय के डॉ. रिक पीटरसन और केजिया वारबर्टन ने इन मानव अवशेषों की जांच की और कहा, ‘यह एक शानदार खोज है, और विश्वविद्यालय को यह पुष्टि करते हुए खुशी हो रही है कि यह अविश्वसनीय अवशेष लगभग 11,000 साल पहले के हैं. इससे उत्तर में मेसोलिथिक लोगों के दफन होने के स्पष्ट सबूत मिलते हैं. मेसोलिथिक युग के लोग शिकार, मछली पकड़ने, आदि पर अपना जीवन व्यतीत करते थे.’ यह अवशेष प्राचीन कब्रगाहों के थे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2016 से हीनिंग वुड बोन गुफा की खुदाई हो रही है. यहां वैज्ञानिकों को मानव और जानवरों की हड्डियों, पत्थर के औजारों, प्रागैतिहासिक मिट्टी के बर्तनों और सीपियों से बने मोतियों का पता चला है. टीम ने पाया कि गुफा में कम से कम आठ अलग-अलग लोग दबे हुए थे. मानव अवशेष खंडित स्थिति में हैं, लेकिन साथ की कलाकृतियां साबित करती हैं कि उन्हें जानबूझकर दफन किया गया था. रेडियोकार्बन ने हीनिंग वुड बोन गुफा से दफनाने की सात अलग-अलग तारीखें बताईं.
वैज्ञानिकों ने साइट पर शोध जारी रखा है, और इस बात पर विस्तृत अध्ययन कर रहे हैं कि गुफा में रखे जाने के बाद प्रत्येक व्यक्ति के साथ क्या हुआ. यह निर्धारित करने के लिए कि गुफा में दफन किए गए लोग कहां से आए थे और वे एक दूसरे से कैसे संबंधित थे. फ्रांसिस क्रीक इंस्टीट्यूट में प्राचीन जीनोमिक्स प्रयोगशाला के वैज्ञानिकों ने प्राचीन डीएनए साक्ष्य की तलाश के लिए दफनाए गए लोगों का नमूना लिया है.
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