कोलकाता: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 साल की ट्रेनी पीजी डॉक्टर के रेप और हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी संजय रॉय की मां ने उसका बचाव किया है. मीडिया के सामने पहली बार खुलकर अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि उनके बेटे को इस मामले में बलि के बकरे की तरह फंसाया जा रहा है. जबकि आरोपी संजय रॉय की सास ने कहा है कि इस जघन्य अपराध के लिए उसे फांसी की सजा मिलनी चाहिए. कुछ खबरों में कहा गया है कि रॉय ने चार बार शादी की, जबकि अन्य ने कहा कि वह पोर्न देखने का आदी था और अक्सर वेश्याओं के पास जाता था.
इस भयानक हत्याकांड के आरोपी संजय रॉय की मां ने दावा किया कि उनका बेटा निर्दोष है और इशारा किया कि किसी ने उसे फंसाया है. ‘इंडिया टुडे’ के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अगर वह उसके साथ अधिक सख्त होतीं तो यह घटना रोकी जा सकती थी. आरोपी संजय रॉय की मां ने कहा कि ‘मुझे नहीं पता कि उसे ऐसा करने के लिए किसने बहलाया… अगर किसी ने उसे फंसाया है, तो उस शख्स को दंडित किया जाए.’ इस बीच उसकी बड़ी बहन ने कहा है कि अगर वह दोषी पाया जाता है तो उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. एक बहन के रूप में, मुझे नहीं लगता कि रॉय ऐसा अपराध कर सकता है.
वहीं डॉक्टर के शव के पास मिले सीसीटीवी फुटेज और ब्लूटूथ डिवाइस के आधार पर संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया. जिसे कॉलेज के सेमिनार हॉल में घुसते देखा गया था, जहां शव मिला था. पीड़िता के माता-पिता और उसके सहकर्मियों सहित कई लोगों का मानना है कि अपराध के असली गुनाहगारों को बचाने के लिए संजय रॉय को बलि का बकरा बनाया जा सकता हैं.
भवानीपुर में संजय के पड़ोस में रहने वाली कई महिलाओं के मुताबिक 33 साल का संजय रॉय एक एक अच्छा आदमी नहीं था. महिलाओं ने कहा कि रॉय एक ‘बुरा आदमी’ था. एक महिला ने कहा कि ‘वह महिलाओं को घूरता था, हम अपने दरवाजे बंद कर लेते थे.’ जबकि सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक रॉय ने कथित तौर पर भयानक अपराध करने से पहले एक रेड-लाइट एरिया का दौरा किया था.
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