नई दिल्ली: सावन का पावन महीना शुरू हो गया है. इस महीने में शिव जी की पूजा (Shiva Ji Puja) करने से ना केवल अविवाहितों को मनचाहा जीवनसाथी मिलता है, बल्कि यह महीना सारी मनोकामनाओं को पूरा करने वाला है.
इसके अलावा काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh), पितृ दोष निवारण (Pitra Dosh Nivaran) के लिए भी यह महीना बहुत अहम है. इस महीने में विधि-विधान से काल सर्प दोष का निवारण करने से ज्यादा लाभ मिलता है. वहीं इस महीने में किया गया एक छोटा सा उपाय पितृ दोष से निजात दिलाता है.
यदि व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष है या शनि का अशुभ असर है तो सावन महीना इनके नकारात्मक प्रभाव से निजात पाने के लिए सबसे अच्छा समय है. इसके लिए शनि दोष या पितृ दोष से पीड़ित व्यक्ति को सावन महीने में रोजाना शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से भगवान शंकर इनके अशुभ असर को खत्म कर देते हैं. ज्योतिष और लाल किताब में इस उपाय को बहुत कारगर बताया गया है.
जल चढ़ाते समय हो सके तो गोस्वामी तुलीसदास द्वारा रचित श्री रुद्राष्टकम स्तोत्र का पाठ भी करें, इससे ज्यादा लाभ होगा. वैसे सावन महीने में सभी लोगों को शिव जी को जल चढ़ाना चाहिए, इससे बहुत लाभ होता है. इसके अलावा विशेषज्ञ से सलाह लेकर सावन महीने में कुंडली की ग्रह-दशाओं के आधार पर अन्य उपाय भी किए जा सकते हैं. इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है, साथ ही बिगड़े काम बनने लगत हैं.
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