नई दिल्ली। राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala’s life consecration in Ram temple) 22 जनवरी 2024 को होने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) रामलला को विराजमान करेंगे। इस समारोह के लिए उन्होंने देशभर से कई नामी हस्तियों को बुलाया है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए लोगों को निमंत्रण पत्र भेजे (send invitation letter) जा रहे हैं। देश के 4 हजार से ज्यादा संत-महात्मा एवं 3 हजार VIP हस्तियां अयोध्या आएंगी। खेल, कला जगत की हस्तियां, कवि, लेखक, साहित्यकार, सेवानिवृत सेना और पुलिस अधिकारी आएंगे। इस बीच मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खास अपील की है। बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने अपील करते हुए अपनी एक इच्छा जताई है।
दरअसल, इकबाल अंसारी राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर मस्जिद का जो विवाद था, वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ खत्म हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर बना रहे हैं। वे खुद इसका उद्घाटन करने आ रहे हैं। देश-विदेश की नामी हस्तियों को बुलाया गया है। हमारी भी इच्छा है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी हमसे मिलें। अपनी कहें, हमारी सुनें। हम भी प्राण प्रतिष्ठा का हिस्सा बनना चाहते हैं। हालांकि निमंत्रण नहीं मिला है, लेकिन निमंत्रण मिलने की उम्मीद है। हमने हिंदू-मुस्लिम भाईचारा बनाए रखने की कोशिश की है, आगे भी करते रहेंगे। क्योंकि भारत देश हमारा भी है तो प्रधानमंत्री हमें भी उन ऐतिहासिक पलों का हिस्सा बनाएं।
इकबाल अंसारी चाहते हैं कि धन्नीपुर में सुप्रीम कोर्ट की ओर से अलॉट की गई 5 एकड़ जमीन पर जो मस्जिद बनेगी, उसकी आधार शिला भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रखें। अभी तक मस्जिद का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है, इस मामले में भी वे दखल दें, ताकि जल्द से जल्द मस्जिद बन जाए। राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट बनाया गया। वहीं मस्जिद निर्माण के लिए इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन बनाया गया, लेकिन आज तक फाउंडेशन ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई है। इससे मुस्लिम समुदाय निराश है। ट्रस्टियों ने जमीन को अपनी संपत्ति समझ लिया है। नक्शा तक बन गया, लेकिन निर्माण शुरू नहीं हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र ने हिन्दुओं का भला किया, मुस्लिमों को भी राहत प्रदान करें।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved