गाजियाबाद । मुरादनगर कांड के मुख्य सूत्रधार अजय त्यागी और उसके सिंडिकेट को चौतरफा घेरने की रणनीति जिला प्रशासन ने तैयार कर ली है। जिलाधिकारी डॉ अजय शंकर पांडेय ने सभी कार्यदायी संस्था गाजियाबाद नगर निगम, जीडीए, यूपीएसआईडीसी और जिले की सभी स्थानीय निकायों को निर्देश दिये हैं कि वे अजय त्यागी और उसकी सहयोगी फर्माें जो कार्य किये हैं उनकी एक सूची जिला प्रशासन के पास उपलब्ध कराएं। साथ ही उसकी फर्मों को होने वाले सभी भुगतानों को भी स्टाॅप करा दिया जाए।
जिलाधिकारी डॉ. अजय शंकर पाण्डेय ने बताया कि जो भुगतान उसे पूर्व में कर दिया गया है। उस रकम की ब्याज सहित रिकवरी के भी आदेश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही यह रकम उसकी चल एवं अचल सम्पत्ति को कुर्क करके वसूली जा सकती है। खास बात यह है कि अजय त्यागी सिंडिकेट द्वारा नगर निगम, मुरादनगर नगर पालिका परिषद और अन्य निकायों में जो कार्य किए गए हैं, उनकी गुणवत्ता की जांच करने के लिए उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबन्धक छेदी लाल, जीडीए के मुख्य अभियंता बीएन सिंह और गाजियाबाद नगर निगम के मुख्य अभियंता मोइनुद्दीन को जिम्मेदारी सौंपी है। यदि ये सभी निर्माण मानक के विपरित पाये गये तो उन्हें तुरन्त जमीदोज किया जाएगा।
जिला प्रशासन को अनुमान है कि अजय त्यागी सिंडिकेट का पूरे जिले में अरबों का कारोबार है। जिलाधिकारी ने बताया कि देश में जहां-जहां अजय त्यागी सिंडिकेट की चल एवं अचल सम्पत्ती है। उस सम्पत्ती की जब्तीकरण की कार्रवाई भी जल्द शुरू हो जाएगी। इसके लिए राजस्व विभाग उसकी सम्पत्ति की सूची तैयार कर रहा है।
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