- इस महीने 16 घरों में लगाए ताले जब जाकर आया बकाया रुपया-प्रतिदिन 15 से 20 लाख रुपए की वसूली
उज्जैन। तालाबंदी और कुर्की की सख्ती के चलते इस बार नगर निगम का संपत्ति कर पिछले सभी रिकार्ड तोडऩे की ओर है। अभी 15 मार्च तक का आंकड़ा 29 करोड़ पार कर गया है और आने वाले दिनों में यह करीब 32 करोड़ से ज्यादा हो सकता है। नगर निगम की कमाई का सबसे बड़ा जरिया संपत्ति कर है और इस बार इसे वसूलने में नगर निगम द्वारा सभी कर्मचारियों को लगाया गया है और घर-घर कर्मचारी दस्तक दे रहे हैं और बकाया बिल दे रहे हैं। लोक अदालत निपटने के बाद नगर निगम द्वारा तालाबंदी की कार्रवाई लगातार की जा रही है। इसी कार्रवाई के चलते 15 मार्च तक नगर निगम अब तक की सबसे बड़ी राशि 29 करोड़ से अधिक संपत्ति कर वसूल चुका है।
अपर आयुक्त आदित्य नागर ने बताया इस महीने में 16 स्थानों पर तालाबंदी की गई थी और उन सभी ने अपना बकाया रुपया जमा कराया। अब प्रतिदिन 15 से 20 लाख रुपए संपत्ति कर नगर निगम में जमा हो रहा है। यदि इसी प्रकार वसूली ठीक ढंग से चलती रही तो इस बार संपत्ति कर 32 करोड़ के आसपास पहुँच सकता है इसके लिए सभी कर्मचारी और अधिकारी लगातार प्रयास कर रहे हैं। निगमायुक्त रोशन कुमार सिंह ने निर्देश दिए कि संपत्ति कर की अधिक से अधिक वसूली होना चाहिए। संपत्ति कर की वसूली में नगर निगम के कई बाबू और अन्य कर्मचारियों को भी लगाया गया है। 31 मार्च तक लगातार यह वसूली चलती रहेगी। अब तक के पिछले वर्षों में संपत्ति कर की अधिकतम वसूली 27 करोड़ रही है। इस बार नगर निगम के इतिहास का सबसे बड़ा आंकड़ा संपत्ति घर का दर्ज होने जा रहा है।