- महाकाल और पीपलीनाका क्षेत्र में बनाए जाएँगे दो नए फायर स्टेशन-बाद में शहर के काम आएँगे
उज्जैन। सिंहस्थ 2028 में आपदा प्रबंधन के मद्देनजर आग और विद्युत दुर्घटनाओं से बचने के लिए नगर निगम द्वारा 6 नए फायर फाइटर और दो हाइड्रोलिक वाहन खरीदे जाएँगे। इसके अलावा महाकाल और पीपलीनाका क्षेत्र में दो नए फायर स्टेशन का निर्माण किया जाएगा, जिसका फायदा शहर के लोगों को भी मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि महाकाल की नगरी उज्जैन में वर्ष 2028 में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारियाँ शासन और प्रशासन के स्तर पर जोरों से जारी है। इस महाकुंभ में करीब 15 करोड़ लोगों के शामिल होने की संभावना है, जिनकी सुरक्षा के लिए फायर विभाग ने लगभग 20 करोड़ रुपए से ज्यादा का बजट बनाया हैं। इसमें नगर निगम द्वारा महाकाल और पीपलीनाका क्षेत्र में दो नए फायर स्टेशन बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। खास बात यह है कि नगर निगम इस बार 2 हाइड्रोलिक वाहन भी खरीद रहा है। इसकी कीमत लगभग 3 करोड़ रुपए है। इसके आने से उज्जैन में 100 फीट ऊंची इमारत (करीब 10 मंजिल) में आग लगने पर आसानी से बुझाया जा सकेगा। नगर निगम के फायर ऑफिसर एनके भास्कर ने बताया कि सिंहस्थ 2028 में आने वाली भीड़ को देखते हुए। पूरे मेला क्षेत्र में करीब 30 सब फायर स्टेशन बनाए जाएँगे। वहीं संसाधनों में 6 बोलेरो वाहन 500 लीटर टैंक वाले, 6 बड़े वाटर टैंकर 6000 लीटर टैंक वाले समेत अन्य आवश्यक उपकरण भी खरीदे जाएँगे। इसके साथ ही आस पास के जिलों से भी फायर फाइटर गाडिय़ाँ मंगवाई जाएँगी।
विशेष सतर्कता रखी जाएगी सिंहस्थ में
- सिंहस्थ मेला क्षेत्र में निर्मित होने वाली संरचनाओं में जल्दी आग पकडऩे वाली वस्तुओं और घास आदि का इस्तेमाल नहीं होगा।
- सिंहस्थ मेला क्षेत्र में व्यापारियों, संस्थाओं, साधुओं द्वारा भवन, गुमटी, झोपड़ी और अन्य संरचनाओं का निर्माण जल्दी आग पकडऩे वाली वस्तुओं और घास-फूस आदि से नहीं किया जा सकेगा।
- मेला क्षेत्र में योग्य लाइसेंस धारक विद्युत इंजीनियर से ही पंडाल और तम्बू में विद्युत वायरिंग कराई जा सकेगी। इसके अलावा पंडाल और तम्बू में गैस बत्ती व चिमनी के उपयोग में विशेष सावधानी रखी जाएगी।