- दिल्ली की मोहल्ला क्लिनिकों की तर्ज पर होगा कार्य-उम्मीद है कि लोगों को मिलेगा लाभ
- एक डॉक्टर, दो पैरामेडिकल स्टाफ और योगा तथा लैब के विशेषज्ञ भी रहेंगे
उज्जैन। शहर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा संजीवनी क्लीनिक भी खुलने वाले हैं, इसके लिए कार्य शुरू हो चुका है। नगर निगम द्वारा यह संजीवनी क्लिनिक खोली जाएगी। ढाई करोड़ की लागत से इन संजीवनी क्लीनिक का निर्माण किया जा रहा है। जनता को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा देने के उद्देश्य से पूर्व में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोले गए थे जो अभी चल रहे हैं लेकिन शहर की आबादी लगातार बढ़ती जा रही है। इसको देखते हुए अब सरकार संजीवनी क्लीनिक खोलने जा रही है। इन संजीवनी क्लीनिक का निर्माण नगर निगम द्वारा किया जा रहा है। इसके लिए नगर निगम को स्वास्थ्य मंत्रालय से ढाई करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई है जिसमें 10 संजीवनी क्लीनिक बनाए जाने हैं। प्रत्येक संजीवनी क्लीनिक पर 25 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इसका निर्माण नगर निगम द्वारा शुरू किया जा चुका है। कई वार्डों में संजीवनी क्लीनिक बनना शुरू भी हो गए हैं।
नगर निगम के इंजीनियर ने बताया संजीवनी क्लीनिक का जो प्रारूप आया है उसमें एक योगा, इंजेक्शन रूम, पाँच ओपीडी, रजिस्ट्रेशन कक्ष और लेब की व्यवस्था रहेगी। इसमें बाहर की ओर सीढिय़ां एवं विकलांगों के लिए रैंप भी बनाए जा रहे हैं। नगर निगम ने टेंडर निकाल कर यह काम शुरू कर दिया है। संजीवनी क्लीनिक शुरू होने के मामले में जब सीएमएचओ श्री शर्मा ने बताया संजीवनी क्लीनिक के लिए सरकार द्वारा इंटरव्यू निकाले जा रहे हैं। इसमें एक डॉक्टर, एक पैरामेडिकल स्टाफ, एक फार्मासिस्ट और अन्य स्टाफ दिया जाएगा। संजीवनी क्लीनिक कब शुरू होंगे इस पर उन्होंने बताया कि अभी फिलहाल दो क्लीनिक शुरू करने की योजना बनी है। वह भी जब भोपाल स्तर से हमें स्टाफ मिल जाएगा तब शुरू हो पाएंगे। कुल मिलाकर आने वाले वर्ष में 10 संजीवनी क्लीनिक शहर में शुरू हो जाएँगे, जिनसे आम जनता को स्वास्थ्य की मूलभूत सुविधाएं मिल पाएगी।