डेस्क: मुंबई आतंकी हमलों में शामिल पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा को भारत लाने की तैयारी है. तहव्वुर राणा पर साल 2008 में हुए मुंबई हमले में शामिल होने का आरोप है. अमेरिका के सहायक अटॉर्नी ब्रैम एल्डेन ने न्यायालय को बताया कि भारत-अमेरिका की प्रत्यर्पण संधि के प्रावधानों के तहत तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है.
तहव्वुर को भारत प्रत्यर्पित करने के भारत सरकार के अनुरोध को अमेरिकी सरकार ने मंजूर कर लिया था, लेकिन इसके खिलाफ राणा ने अमेरिका की जिला अदालत में याचिका दायर कर दी थी, जिसके कारण राणा का प्रत्यर्पण अटक गया था. अब सुनवाई के दौरान अमेरिकी वकील एल्डेन ने कोर्ट को बताया कि राणा को संधि के प्रावधानों के तहत भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है.
पाकिस्तानी मूल के कनाडाई तहव्वुर राणा (63) अभी लॉस एंजिल्स की जेल में बंद है. राणा पर मुंबई हमलों की साजिश रचने में शामिल होने का आरोप है.पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से तहव्वुर राणा का नाम जुड़ा है. हेडली ने यह कई बार बयान में स्वीकार किया. हेडली ही रेकी करने के लिए मुंबई आया था. इस आतंकी हमले में मुंबई में 166 लोगों की मौत हुई थी और 239 लोग घायल हुए थे.
आतंकियों ने ताज होटल, कई बार, रेस्तरां और चबाड हाउस पर हमला किया था. मरने वालों में अमेरिका के भी 6 लोग थे. आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया था, जिसे बाद में फांसी दे दी गई थी. अब अदालत ने आरोपी को भारत प्रत्यर्पित करने के अमेरिकी सरकार के अनुरोध को स्वीकार कर लिया था.अब जल्द ही उसे भारत लाया जा सकता है.
अमेरिकी वकील एल्डेन ने 5 जून को कोर्ट में दलीलें पेश करते हुए कहा कि भारत और अमेरिका दोनों संधि के प्रावधान पर सहमत हुए हैं. अभी लॉस एंजिलिस की जेल में बंद राणा मुंबई हमलों में अपनी संलिप्तता के आरोपों का सामना कर रहा है. बीच में उसने प्रत्यर्पण के खिलाफ कोर्ट में याचिका डाली थी, जिसे अस्वीकार कर लिया गया है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved