बांदा: माफिया सरगना मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की खातिरदारी करने वाले डिप्टी जेलर सहित 5 पुलिस अधिकारियों को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सस्पेंड कर दिया है. सोमवार रात बांदा मंडल कारागार में डीएम अनुराग पटेल और एसपी अभिनंदन भारी पुलिस बल के साथ औचक निरीक्षण को पहुंचे थे, उस दौरान उन्हें गेट बंद होने के चलते करीब 15 मिनट इंतजार करना पड़ा था, जिस दौरान उनका पारा चढ़ गया और उन्हें जेल में किसी आपत्तिजनक स्थिति की शंका हुई.
दरअसल, सोमवार देर रात करीब 9 बजे बांदा जिले के डीएम और एसपी भारी पुलिस बल के साथ जेल के औचक निरीक्षण को पहुंचे थे. उस दौरान जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया था. जेल में पहुंचने के बाद डीएम-एसपी को करीब 15 मिनट इंतजार करना पड़ा. ताला खुलते ही दोनों अफसर जेल कैंपस का बारीकी से निरीक्षण करने में जुट गए, जहां उन्हें मुख्तार की तन्हाई बैरिक (15 और 16 नंबर) में बड़ी संख्या में दशहरी आम और कीवी सहित कुछ और सामान मौजूद मिला.
साथ ही मुख्तार की सुरक्षा में लगे जेलकर्मी भी बगैर बॉडी कैम के मिले. दोनों अफसर करीब डेढ़ घंटे से ज्यादा जेल कैंपस के अंदर ही निरीक्षण करते रहे. मौजूदा डिप्टी जेलर से डीएम और एसपी ने सवाल-जवाब किए तो गोलमोल जवाब मिला. करीब 10:40 बजे जेल परिसर से बाहर आए, जिसके बाद दोनों अधिकारियों ने एक संयुक्त रिपोर्ट मंगलवार को शासन को भेजी थी. जिस पर डीजी जेल आनंद कुमार ने डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह सहित 4 जेल सुरक्षाकर्मी सस्पेंड कर दिए. इस बात की पुष्टि जेलर वीरेंद्र कुमार ने की है.
जेलर का कहना है, ”मैं छुट्टी से लौटने के बाद अभी पहुंचा हूं, गेट खुलने में देरी इसलिए हुई कि चाबी मेरे चार्ज में जो जेलर थे, उनके पास थी और कोई विशेष बात नहीं है, और बॉडी कैम न लगाए होने पर 4 सुरक्षाकर्मियों और डिप्टी जेलर को निलंबित किया गया है. मैं पहुंचा हूं, स्थिति देख रहा हूं.” जेल परिसर में मुख्तार की बैरिक में सामान मिलने के सवाल पर कहा, ”आम और कीवी तो परिजन भी देकर जा सकते हैं, सभी बंदियों को उनके परिजन सामान दे जाते हैं जो उन तक सुरक्षित पहुंचाया जाता है. फिलहाल मैं जांच कर रहा हूं.”
एसपी अभिनंदन ने बताया, देर रात डीएम के संग जाकर जेल का औचक निरीक्षण किया गया था. रात होने के कारण गेट की चाबी जेलर के पास थी. इस वजह से गेट खुलने में देरी हुई. लेकिन कुछ देर बाद ताला खुल गया. हमने अपनी टीम के साथ बारीकी से निरीक्षण किया, तब पाया कि मुख्तार की बैरिक में फल, खाना आदि रखा हुआ है. इसको लेकर हमने एक रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी, जिस पर कार्यवाही हुई है.
डीजी जेल आनंद कुमार ने अपने जारी पत्र में लिखा कि डीएम और एसपी के निरीक्षण में मिली गंभीर अनियमितताओं और निरीक्षण कार्य में सहयोग न कर बाधा डालने पर प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह और चार सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड किया जाता है.
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