नई दिल्ली (New Delhi)। एक दौर था जब बाहुबली मुख्तार अंसारी (Baahubali Mukhtar Ansari.) की तूती बोलती थी. जेल के अंदर हो या बाहर उसके नाम से सभी खौफ में रहते थे और प्रशासन को वह कंट्रोल करता था. हालांकि अब ऐसे दिन नहीं रहे. जेल के अंदर मुख्तार (Mukhtar’s days inside jail) के दिन बहुत मुश्किल (very difficult) से कट रहे हैं. बताया जा रहा है कि मुख्तार इन दिनों इतना परेशान है कि वह पूरी रात जागता रहता है और सुबह करीब 5 बजे सोता है और सुबह 11 बजे उठ रहा है. इतना ही नहीं मुख्तार के इन दिनों खाने-पीने का भी कोई ठिकाना नहीं रहा है।
जेल प्रशासन के सूत्रों की मानें तो मुख्तार इन दिनों अपने बैरक में अकेला पड़ा रहता है और पूरे दिन बेचैन दिखाई देता है. मुख्तार इन दिनों दो तरफा चिंताओं से घिरा हुआ है जिनमें एक तरफ तो उसे आगे आने वाले मुकदमों की चिंता सता रही है तो वहीं दूसरी ओर उसे अपने परिवार की चिंता सता रही है. बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से मुख्तार से जेल में कोई मिलने भी नहीं आया. इसी वजह से मुख्तार की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
नहीं करता किसी से बात
बताया जा रहा है कि मुख्तार इन दिनों इतना परेशान है कि जेल में किसी और से बात नहीं करता और चुपचाप अकेला ही बैठा रहता है. वह अब किसी तरह की मांग नहीं करता और बस बैरक में ही टहलता नजर आता है. कहा जाता है कि एक वक्त था जब मुख्तार जेल के अंदर बैठकर भी अपनी मर्जी चलाता था और जो मर्जी वो खाने के लिए मंगवाता था. अब वह जेल के अंदर मिलने वाले डिसाइडेड मेन्यू के खाने को ही खा लेता है।
सता रहा अनहोनी का डर
मुख्तार अंसारी पर कई अलग-अलग मामलों में सुनवाई कोर्ट में की जा रही है. बताया जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में हो सकता है कि एक-दो मामलों में कोर्ट फैसला भी सुना दे. इसी वजह से मुख्ता को इन दिनों ज्यादा ही तनाव में देखा जा सकता है. वहीं पेशी के दौरान मुख्तार को कोर्ट जाने से भी डर लग रहा है, वह कई बार कोर्ट से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी कराने की अपील कर चुका है. बता दें कि 2021 अप्रैल में मुख्तार को पंजाब की रोपड़ जेल से यूपी के बांदा में शिफ्ट किया गया था।
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