डेस्क: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने बिना नाम लिए एक बार फिर भारत के खिलाफ जहरीला बयान दिया है. तुर्किए से खरीदे गए ड्रोन को मालदीव सेना में शामिल कराने के दौरान मुइज्जू ने रविवार को कहा, मालदीव के इलाकों की निगरानी करने पर ‘किसी बाहरी पक्ष’ के लिए चिंता का विषय नहीं होना चाहिए. इसके साथ ही मुइज्जू ने मालदीव के रक्षाबलों को और मजबूत करने की घोषणा की है.
मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ जारी एक प्रेस रिपोर्ट के मुताबिक, मुइज्जू ने मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल (MNDF) एयर कोर और मानव रहित हवाई वाहन (UAV) को लांच के दौरान भारत के खिलाफ नई टिप्पणियां की हैं. मुइज्जू ने कहा कि मालदीव कोई छोटा देश नहीं है और द्वीप राष्ट्र अपनी निगरानी करने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि मालदीव एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र है, ऐसे में अपने देश की निगरानी करने पर किसी बाहरी पक्ष को परेशान नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मालदीव के इस कदम से किसी भी मित्र देश के साथ संबंधों में कोई बाधा नहीं आएगी.
ताकत बढ़ाएगा मालदीव
मोहम्मद मुइज्जू ने घोषणा की है कि मालदीव अपने तटरक्षक बल की क्षमता को दोगुना करेगा और वायु सेना कोर के बेड़े का भी विस्तार करेगा. इसके अलावा थल सेना की मजबूती पर भी मालदीव काम करेगा. मुइज्जू का ये बयान तब आया है, जब हाल ही में भारतीय सैनिकों को पहला जत्था मालदीव से वापस लौटा है. राष्ट्रपति बनने के बाद ही मुइज्जू ने अपने देश से भारतीय सैनिकों को वापस करने की बात कही थी. भारतीय सैनिकों का दूसरा जत्था अब 10 अप्रैल को वापस भारत लौटेगा.
मुइज्जू ने फिर उठाया भारतीय सैनिकों का मुद्दा
मुइज्जू ने अपने भाषण के दौरान एक बार फिर दोहराया है कि 10 मई के बाद भारत का एक भी सैनिक वर्दी या बिनी वर्दी में मालदीव में नहीं रहेगा, जबकि हाल ही में दोनों देशों के बीच समझौता हुआ था कि भारतीय सैनिकों को टेक्निकल टीम से बदला जाएगा. इस दौरान मुइज्जू ने कहा कि मालदीव अपनी आत्मनिर्भरता को बढ़ाने पर काम कर रहा है.
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