उज्जैन। शहर में मास्टर प्लान की प्रमुख सड़क एमआर-11 फोरलेन का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इस पर विकास प्राधिकरण द्वारा 13 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। जनवरी 2025 तक इस मार्ग के पूर्ण होने की संभावना हैं। इसके निर्माण के बाद इंदौर और देवास रोड पर ट्रैफिक जाम या वीआईपी मूवमेंट होने पर लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि मास्टर प्लान 2021 के अंतर्गत स्वीकृत एमआर 11 के विकास की टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद एजेंसी ने नपती कर इसके निर्माण का काम शुरू कर दिया है। यह सड़क यातायात पुलिस थाने के समीप से बिड़ला हॉस्पिटल, तारामंडल, इंजीनियरिंग कॉलेज रोड होते हुए कुशाभाऊ पंचक्रोशी मार्ग को जोडऩे वाली रोड तक सीधी बनाई जा रही हैं। वर्तमान में इंजीनियरिंग कॉलेज रोड की तरफ से सड़क की चौड़ाई माप कर सड़क बनाने के लिए जमीन की खुदाई कर लेवल में लाया जा रहा हैं। जल्द ही इसे तारामंडल के सामने वाली सड़क से जोड़ा जाएगा। इसके निर्माण के बाद यूडीए की आवासीय योजना त्रिवेणी विहार, शिप्रा विहार तथा मालनवासा व गोयला खुर्द सहित करीब 5 से 7 कॉलोनियों के रहवासियों को इंदौर और देवास रोड से चक्कर लगाकर नहीं आना-जाना पड़ेगा। उन्हें यातायात थाने से मालनवासा तक सीधा फोरलेन मिलेगा। बता दें कि अभी तक महानंदानगर से होते हुए बिड़ला अस्पताल से आगे जाकर तारामंडल के समीप यह रोड बंद होने से रहवासियों को आवागमन में परेशानी आ रही थी, जिसे देखते हुए एमआर-11 फोरलेन का निर्माण किया जा रहा हैं। जल्द ही यह रोड 45 मीटर चौड़ी होगी और इसके आसपास फुटपाथ तथा बीच में डिवाइडर बनाया जाएगा। उज्जैन विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक एमआर 11 मार्ग आगामी सिंहस्थ 2028 के दौरान भीड़ प्रबंधन के लिए भी काफी मददगार साबित होगा।
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